Bihar Flood: बाढ़ की चपेट में मुजफ्फरपुर का शहरी इलाका, घरों में घुसा पानी, नाव से आवागमन कर रहे लोग
बाढ़ की वजह से कोरोना वैक्सीनेशन के अभियान पर ब्रेक ना लगे, इस वजह से स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिले के बाढ़ ग्रस्त इलाकों में नाव पर क्लीनिक बना कर लोगों के बीच वैक्सीनेशन कार्यक्रम चलाया जा रहा है.
मुजफ्फरपुर: मॉनसून की शुरुआत में ही अत्यधिक बारिश होने की वजह से नदिया उफान पर हैं. बागमती, गंडक और बूढ़ी गंडक के जलस्तर हुई अप्रत्याशित वृद्धि की वजह से बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के शहरी इलाकों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है. बूढ़ी गंडक में आई उफान के बाद शहर के बालू घाट, आश्रम घाट और शेखपुर घाट इलाके में लोगों के घरों में पानी प्रवेश कर गया है. रास्ते पूरी तरह से जलमग्न हो चुके हैं.
घंटों इंतजार करते हैं लोग
लोगों के आवागमन के लिए नाव का सहारा लेना पड़ रहा है. बिना नाव के घर के बाहर निकलना नामुमकिन हो चुका है. नाव पर चढ़ कर महिलाएं घर का राशन से लेकर हर जरूरी सामान खरीदने पहुंच रही हैं. इस संबंध में स्थानीय महिला राजेश्वरी देवी ने बताया कि नाव के इंतजार में लोगों को घंटों सड़क पर खड़े रहना पड़ता है. जब नाव वापस आती है, तब फिर लोग अपने घर की ओर जाते हैं.
नाव से टीका लगाने पहुंच रहे स्वास्थ्यकर्मी
इधर, बाढ़ की वजह से कोरोना वैक्सीनेशन के अभियान पर ब्रेक ना लगे, इस वजह से स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिले के बाढ़ ग्रस्त सुदूर इलाकों में नाव पर क्लीनिक बना कर लोगों के बीच वैक्सीनेशन कार्यक्रम चलाया जा रहा है. नाव पर सवार हो कर स्वास्थ्यकर्मी लोगों के बीच जा रहे और उन्हें टीका लगा रहे. जिले के औराई, कटरा, गायघाट और अन्य बाढ़ प्रभावित इलाकों में ये कार्यक्रम चलाया जा रहा है.
इस संबंध में बिहार स्वास्थ्य समिति के क्षेत्रीय पदाधिकारी आर.सी.एस वर्मा ने कहा कि बाढ़ ग्रस्त इलाकों में आवागमन की सुविधा खत्म हो जाने की वजह से टीकाकरण का कार्य प्रभावित हो गया था. इस वजह से इस कार्यक्रम की शुरुआत की गई है. ताकि टीकाकरण अभियान को फिर से रफ्तार दी जा सके.
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