पटना: गंगा और पुनपुन नदी में आए उफान की वजह से बिहार की राजधानी पटना के कई इलाके बाढ़ की चपेट में आ गए हैं. पटनासिटी का जल्ला क्षेत्र पूरी तरह से जलमग्न हो चुका है. जनजीवन अस्त व्यस्त है, लेकिन सरकार की ओर से इलाके में अब तक राहत कार्य की शुरुआत नहीं की गई है. इस बात से नाराज पुणाडीह पंचायत के ग्रामीणों ने बुधवार को मोर्चा खोल दिया और पानी में खड़े होकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
प्रशासनिक स्तर से नहीं मिली मदद
बता दें कि जल्ला क्षेत्र के शुकुलपुर, रायबाग, कसारा, निजामपुर, नत्थाचक सहित कई गांव बाढ़ की चपेट में हैं. इन सभी जगहों पर हजारों एकड़ में लगी धान और सब्जी की फसल नष्ट हो चुकी है. सड़कों पर बाढ़ का पानी चढ़ जाने की वजह से कई गांवों का आपस में संपर्क टूट गया है. आवागमन के लिए नाव की जरूरत है, लेकिन प्रशासनिक स्तर से अब तक नाव मुहैया नहीं कराया गया है.
ग्रामीणों ने की ये मांग
जानकारी अनुसार गांव के कई घरों में बाढ़ का पानी घुस चुका है. रायबाग में कुछ परिवारों ने आंगनवाड़ी केंद्र में शरण लिया है. ऐसे में ग्रामीणों की मांग है कि बाढ़ पीड़ितों के बीच राशन वितरण किया जाए. साथ ही मुख्य मार्ग तक आवागमन के लिए नाव की व्यवस्था और जानवरों के लिए चारा की व्यवस्था की जाए. वहीं, हजारों एकड़ में लगी फसल, जो बर्बाद हो चुकी है उसका मुआवजा जल्द दिया जाए.
प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों की मानें अब तक किसी भी अधिकारी ने इलाके का दौरा नहीं किया है. जबकि जल्ला क्षेत्र राजधानी पटना में सब्जी की खेती का मुख्य केंद्र है. इस इलाके की सब्जियां पटना सहित कई जगहों पर जाती हैं. लेकिन, इस वर्ष किसान को खुद भी सब्जी नहीं खा पा रहे.
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