Flood In Madhubani: मधुबनी में पिछले कुछ दिनों से हो रही लगातार बारिश के बाद जिले के मधेपुर प्रखंड के 6 पंचायत में करीब 50 हजार से अधिक की आबादी बाढ़ से प्रभावित हो गई है. यहां करीब हर घर में पानी प्रवेश कर गया है और बाढ़ का पानी खेत खलिहान में भी पूरा फैल गया है. यहां कोसी ने पूरी तरह से अपना रौद्र रूप धारण कर लिया है. जिलाधिकारी अरविंद कुमार वर्मा ने शविवार को लोगों से ऊंचे स्थलों या शरणस्थली पर जाने की अपील की है. जिला प्रशासन के अनुसार मधेपुर प्रखंड के 6 पंचायत प्रभावित है और वहां राहत के सभी उपाय किए जा रहे हैं. 


मधुबनी के 6 पंचायत बाढ़ से प्रभावित 


मधुबनी के जिलाधिकारी अरविंद कुमार वर्मा ने बताया कि अभी मधेपुर प्रखंड की 6 पंचायत बाढ़ से प्रभावित हैं. मदद के लिए वहां 25 नाव तैयार हैं. साथ ही जिलाधिकारी अरविंद कुमार वर्मा ने कहा कि किसी भी आपात स्थिति से निपटने को लेकर जिला प्रशासन के जरिए एसडीआरएफ की तीन टीम और आपदा कर्मियों की टीम संभावित बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में तैनात की गई हैं. जिले में बाढ़ के हालात का जायजा लेने गए टीम ने देखा की मधेपुर प्रखंड के 6 पंचायत में से 4 पंचायत ज्यादा प्रभावित हैं.


मधेपुर प्रखंड के चार पंचायत गढ़गांव, बसीपट्टी, बकुआ और भड़गामा की करीब 50 हजार की बाढ़ से ज्यादा आबादी अभी प्रभावित है. यहां तकरीबन हर घर में पानी प्रवेश कर गया है और बाढ़ का पानी खेत खलिहान में भी पूरा फैल गया है. चारों और पानी ही पानी दिखाई दे रहा है, मवेशियों के लिए चारे का अभाव हो गया है. यहां एक यूनिट एसडीआरएफ की टीम सिर्फ दो बोट के सहारे बाढ़ में अंदर फसे लोगों को रेस्क्यू करने में जुटी हुई है, रविवार सुबह तक सैकड़ों लोग अभी भी बाढ़ के पानी के बीच में फंसे हुए हैं.


वहीं प्रशासन के जरिए मजदूर लगाकर रेन कट और बांध पर हुए गड्ढे को भरा जा रहा है. बाढ़ प्रभावित स्थानीय लोगों के अनुसार लोग अपने-अपने घरों से किसी न किसी तरह से जान बचने के लिए बाहर निकल रहे हैं. इलाके में नाव की भी घोर किल्लत है, जो लोग जान बचा का बाहर आए हैं उनमें से अधिकतर लोग बांध पर प्लास्टिक के नीचे अपना समान और मवेशी लेकर शरण लिए हुए हैं.


सभी लोगों तक नहीं पहुंच रही राहत


वहीं गढ़गांव पंचायत में अभी भी सैकड़ों लोगों के फंसे होने की बात कही जा रही है. बकुआ पंचायत के राधिकापुर में प्राथमिक विद्यालय सहित पूरे गांव में बाढ़ का पानी फैल चुका है. गढ़गांव पंचायत के वार्ड 2 निवासी सुरेश्वर यादव ने कहा कि उनका पूरा घर पानी में डूबा हुआ है, मवेशी भी पानी में डूब गए हैं. सरकार या प्रशासन से अभी तक कोई राहत नहीं मिली है. हालांकि प्रशासन ने लोगों के लिए बाढ़ आश्रय स्थल बनाया है, लेकिन बाढ़ प्रभावित लोगों की संख्या के अनुसार वो नाकाफी साबित हो रही है. सामुदायिक किचेन की भी व्यवस्था की गई है, लेकिन बाढ़ आश्रितों की तादात सैकड़ों में होने के कारण व्यवस्था पूरी तरह से प्रभावी होती दिखाई नहीं दे रही है.


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