पटना: बिहार के 16 जिले बाढ़ से बुरी तरह चपेट में हैं. 20 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. इस बीच आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया. सूचना विभाग ने बताया कि मुख्यमंत्री ने दरभंगा में राहत शिविरों का भी निरीक्षण किया और जरूरी दिशा-निर्देश दिए.


बता दें कि बाढ़ और कोरोना को लेकर विपक्षी पार्टियां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर सवाल उठा रहे हैं. आरजेडी का कहना था कि आखिर नीतीश कुमार क्यों ने प्रभावित इलाकों का दौरा कर रहे हैं?





आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक, बिहार के 16 जिलों सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, खगड़िया, सारण, समस्तीपुर, सिवान, मधुबनी, मधेपुरा और सहरसा जिले के 120 प्रखंडों के 1152 पंचायतों की 63,60,424 आबादी बाढ़ से प्रभावित है.


यहां से निकाले गए 4,40,507 लोगों में से 17,916 लोग 17 राहत शिविरों में रह रहे हैं. बाढ़ के कारण विस्थापित हुए लोगों को भोजन कराने के लिए 1,365 सामुदायिक रसोई की व्यवस्था की गयी है.


दरभंगा जिले में सबसे अधिक 15 प्रखंडों के 199 पंचायतों के 18,61,960 लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. बाढ़ प्रभावित जिलों में बचाव और राहत कार्य के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की कुल 33 टीमें तैनाती की गयी हैं.


इन नदियों का जलस्तर बढ़ा है
इन जिलों में बाढ़ का कारण अधवारा समूह नदी, लखनदेई, रातो, मरहा, मनुसमारा, बागमती, अधवारा समूह, कमला बलान, गंडक, बूढ़ी गंडक, कदाने, नून, वाया, सिकरहना, लालबेकिया, तिलावे, धनौती, मसान, कोसी, गंगा, कमला बलान, करेह और धौंस नदी के जलस्तर का बढ़ना है.


जल संसाधन विभाग के मुताबिक, बागमती नदी सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर और दरभंगा में, बूढ़ी गंडक नदी मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर एवं खगडिया में, कमला बलान नदी मधुबनी में, अधवारा नदी सीतामढ़ी में, खिरोई दरभंगा में और घाघरा सिवान में मंगलवार को खतरे के निशान से ऊपर बह रही थी.