पटना: विधानसभा चुनाव से ठीक पहले नीतीश कुमार के सहयोगी बने पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी इन दिनों एक्शन मोड में हैं. पहले मुख्यमंत्री से शराबबंदी कानून के तहत छोटे-मोटे जुर्म में जेल में बंद लोगों को जमानत दिलाने की व्यवस्था सुनिश्चित कराने की मांग की तो अब कोविड के नियमों का पालन करते हुए बिहार के सभी सरकारी स्कूलों को फिर से खोलने की गुजारिश कर डाली.
बताते चलें कि लॉकडाउन के चलते पिछले नौ महीनों से बंद स्कूलों को फिर से खोलने की मांग तेज हो गई है. अब स्कूल संगठनों की इस मांग में हम पार्टी के अध्यक्ष बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी का भी साथ मिल गया है. मांझी ने सीएम नीतीश कुमार से मांग की है जनहित में बिहार के सभी सरकारी स्कूलों को फिर से खोला जाए.
मांझी ने ट्वीट कर कहा है कि स्कूलों के बंद होने से सबसे ज्यादा नुकसान बिहार के गरीब छात्रों को हो रहा है. उनकी पढ़ाई प्रभावित हो रही है. अत कोविड के नियमों का पालन करते हुए बिहार के सभी सरकारी स्कूलों को फिर से खोल दिया जाए.
मांझी ने ट्वीट में लिखी ये बातें
स्कुल खोले जाने को लेकर पुर्व सीएम जीतन राम माँझी जी का ट्वीट
जनहित में .@NitishKumar जी एवं @AshokChoudhaary से अनुरोध है कि COVID नियमों का पालन करते हुए अब सरकारी विद्यालयों को खोलने का निर्देश दें.विद्यालय बंद होने से सबसे अधिक ग़रीबों के बच्चें प्रभावित हो रहें हैं.
कोविड नियमों के साथ स्कूल खोलने की मांग में प्राइवेट स्कूल और कोचिंग सेंटर
बिहार में पिछले नौ महीने से बंद प्राइवेट स्कूल और कोचिंग संस्थान को भी फिर से खोले जाने की मांग इन दिनों लगाचार की जा रही है. इन संस्थानों के संचालकों की माने तो पांच लाख से ज्यादा शिक्षकों के सामने बेरोजगारी जैसे हालात उत्पन्न हो गए हैं. स्कूल संचालकों का कहना है कि जब बिहार में सभी संस्थान और बाजार खोल दिए गए हैं तो स्कूल और कोचिंग खोले जाने को लेकर क्या परेशानी है. सरकार अगर उन्हें आदेश दे देती है तो कोविड के गाइड लाइन के तहत वों सभी नियमों के पालन के साथ स्कूल और कोचिंग खोल बेरोजगारी की मार से बच जाएंगें.