JDU Reaction on Waqf Board Amendment Bill: वक्फ बोर्ड संशोधन बिल पर जेडीयू के पूर्व सांसद गुलाम रसूल बलियावी (Gulam Rasool Balyawi) ने बड़ा बयान देते हुए केंद्र सरकार और बीजेपी (BJP) पर हमला बोला है. सोमवार (05 अगस्त) को वह पटना एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बात कर रहे थे. इस दौरान गुलाम रसूल बलियावी ने कहा कि वक्फ बोर्ड के कांसेप्ट को समझ लिया होता तो वेलफेयर समझ में आ जाता.


'वक्फ बोर्ड की प्रॉपर्टी पर केंद्र सरकार का कब्जा'


गुलाम रसूल बलियावी ने कहा, "वक्फ बोर्ड की जो संपत्तियां हैं अगर उसे केंद्र सरकार वापस कर दे और उसका सर्वे करा कर अल्पसंख्यक कल्याण को वापस कर दे तो जो बैकवार्डनेस है मुस्लिम समुदाय में उसके लिए फिर सरकार की मदद की जरूरत नहीं होगी. देश भर में जहां भी वक्फ बोर्ड की प्रॉपर्टी है उस पर केंद्र सरकार का कब्जा है. सरकार प्रॉपर्टी को वापस करने का बिल लाए. यह देशहित और जनहित में होगा."


बलियावी ने कहा- संविधान बदल रही बीजेपी


सवालों के जवाब में आगे कहा, "देश के खजाने से अल्पसंख्यक को एक चवन्नी नहीं दी जाती, लेकिन सिक्का देने का हल्ला सरकार करती है. हम पॉलिटिकल गठबंधन से ऊपर उठकर सीधी बात कर रहे हैं. वक्त बोर्ड से हमारा भी रिश्ता है. वक्फ बोर्ड के लिए बेहतर काम करके नीतीश कुमार ने देश में एक मॉडल पेश किया है. वक्फ बोर्ड के अधिकारों में संशोधन करने का अधिकार केंद्र सरकार को नहीं है. बीजेपी तो पूरा संविधान ही बदल रही है."


'नीतीश कुमार खुद दय करें क्या करना है'


सवाल उठाते हुए गुलाम रसूल बलियावी ने कहा कि क्या मठ और आंगनबाड़ी के लिए भी केंद्र सरकार यह संशोधन बिल लाएगी? जो नियम कानून वक्फ बोर्ड के लिए है इस नियम कानून के तहत देश में मठ भी चल रहे हैं. केंद्र सरकार देश भर के मठाधीश और मंदिरों के महा संतों को बुलाकर बात करे. मठाधीशों और संतों से बात करके कहे कि जो वक्फ बोर्ड के साथ हो रहा है वही मठ और मंदिर के साथ भी होगा. एक सवाल के जवाब में कहा कि नीतीश कुमार के सामने सब कुछ है. हम उनको क्यों मशविरा दें? वह खुद तय करें आगे क्या करना है. 


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