आरा: बिहार के आरा जिले के शहीद भवन स्थित कांग्रेस जिला कार्यालय में सोमवार को पार्टी की पूर्व विधायक ज्योति ने जमकर हंगामा किया. बिहार कांग्रेस प्रभारी भक्त चरण दास के स्वागत के लिए आयोजित कार्यक्रम में पूर्व विधायक ज्योति विधानसभा चुनाव 2020 में टिकट नहीं मिलने को लेकर हंगामा करने लगीं. इस दौरान बिहार कांग्रेस प्रभारी भक्त चरण दास, मदन मोहन, एमएलसी प्रेमचंद्र मिश्रा समेत कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता मौके पर मौजूद थे.


पूर्व विधायक ने लगाया ये आरोप


पूर्व विधायक का आरोप था कि कांग्रेस ने इस बार जिले के सातों विधानसभा क्षेत्र से पार्टी के किसी भी नेताओं को टिकट नहीं दिया. चुनाव प्रचार में भी किसी ने किसी प्रकार की पूछताछ नहीं की. सीपीआई(एमएल) के तीन-तीन कैंडिडेट को यहां से उतार दिया गया और कांग्रेस को एक भी सीट नहीं दिया गया. आखिर ऐसा क्यों हुआ? कांग्रेसियों की क्या गलती थी? क्या यहां कांग्रेस के कार्यकर्ता या नौजवान काम नहीं करते?


उन्होंने कहा कि संगठन की जब बात आएगी तो काम कार्यकर्ता करेंगे लेकिन जब चुनाव का समय आएगा तो किसी और को टिकट दे दिया जाएगा. ये बिल्कुल गलत है. भोजपुर में कांग्रेसियों के साथ अन्याय हुआ है.


एमएलसी प्रेमचंद्र मिश्रा ने कही ये बात


हंगामे के संबंध में एमएलसी प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि सीट शेयरिंग में ऐसा होता है. यह स्वाभाविक है. जिन 70 सीटों पर हम चुनाव लड़े, उन सीटों पर आरजेडी या वामपंथी पार्टी भी तो चुनाव नहीं लड़ पाए. जब पार्टियां गठबंधन करती हैं, तो कई प्रकार की कठिनाइयां आती हैं और कार्यकर्ताओं को तकलीफ होती है. लेकिन चुनाव खत्म हो चुका है और सरकार भी बन चुका है. ऐसे में जो बीत गई सो बात गई.


इधर, बिहार कांग्रेस प्रभारी भक्त चरण दास ने कहा कि कार्यकर्ताओं की नाराजगी स्वाभाविक है. सबको उम्मीद रहती है. यह राजनीति है, इसमें सबकी ईच्छा होती है कि हम भी चुनाव लड़े. लेकिन जो समझौता होता है उसने कई लोग संतुष्ट नहीं होते हैं.


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