क्या मनीष वर्मा आपके रिप्लेसमेंट हैं? जवाब में RCP सिंह ने कह दी ये बड़ी बात
RCP Singh: पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने एक सवाल के जवाब में साफ तौर पर कहा कि फिलहाल बीजेपी में है और आगे भी रहेंगे. किसी नए दल के गठन का कोई औचित्य नहीं है.
Former Union Minister RCP Singh Statement: बिहार की राजनीति में नीतीश कुमार के एनडीए में वापस आने से हाशिये पर चल रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने अपनी सक्रियता बढ़ा दी है. एक ओर जहां बीजेपी उन्हें भाव नहीं दे रही थी वहीं नीतीश कुमार ने मनीष वर्मा को जेडीयू में महत्वपूर्ण स्थान दे कर आरसीपी सिंह की दुखती नस पर हाथ रख दिया है. आरसीपी सिंह की सक्रियता के मायने क्या हैं, जब उनसे पत्रकारों ने सवाल किया तो उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं से संपर्क और संवाद होते रहने चाहिए.
मनीष वर्मा पर क्या बोले अरसीपी?
दरअसल आरसीपी सिंह जहानाबाद जिला मुख्यालय स्थित एक निजी हॉल में संवाद कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे थे, जहां उन्होंने उपस्थित लोगों को संबोधित भी किया. जहानाबाद पहुंचे पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह से जेडीयू में मनीष वर्मा को महत्वपूर्ण पद दिए जाने पर सवाल किया गया कि क्या वो आरसीपी सिंह के रिप्लेसमेंट हैं. तो उन्होंने कहा कि कोई व्यक्ति किसी का रिप्लेसमेंट नहीं होता है. हर किसी की अपनी पहचान होती है.
उन्होंने कहा कि हमने यूपी, दिल्ली और बिहार में काम किया हैं. हम कोई पार्ट पुर्जा नहीं हैं जी. हम ह्यूमन बिइंग हैं. सबकी अपनी-अपनी पहचान होती है. अरसीपी सिंह ने जदयू सांसद देवेश चंद्र ठाकुर के उस बयान को गलत बताया है, जिसमें ठाकुर ने कहा है कि बीजेपी और जेडीयू के दम पर चुनाव नहीं जीते हैं, बल्कि मैं अपने बलबूते सांसद बना हूं आरसीपी सिंह ने कहा कि देवेश चंद्र ठाकुर का यह कहना सरासर गलत है. बगैर किसी दल के टिकट पर दल का समर्थन लेकर संसद बन जाए, यह तो संभव नहीं है. उन्होंने कहा है कि इस प्रकार की बात का समर्थन नहीं करता हूं.
बीजेपी में कही अपने भविष्य की बात
वहीं आरसीपी सिंह ने नया दल बनाने के सवाल के जवाब में उन्होंने साफ तौर पर कहा कि फिलहाल बीजेपी में है और आगे भी रहेंगे. जब उनसे पूछा गया कि क्या बीजेपी में आरसीपी सिंह का भविष्य है तो उन्होंने कहा कि अगर भविष्य नहीं होता तो बीजेपी में क्यूं हूं. किसी नए दल के गठन का कोई औचित्य नहीं है. प्रशांत किशोर को लेकर कहा कि मेरा स्वभाव नहीं है कि मैं इधर-उधर फोन लगाता रहूं. हां प्रशांत किशोर को मैं जानता हूं और वे मुझे जानते हैं. अगर मुझसे मिलेंगे तो बात करने में दिक्कत है क्या? आरसीपी सिंह की सक्रियता से नीतीश कुमार परेशान होंगे? इस पर उन्होंने कहा कि आज वे जेडीयू में है और मैं बीजेपी में दोनों तो एनडीए में ही हैं.