पटना: तमिलनाडु में कथित बिहारी मजदूरों पर हिंसा के मामले में अब जांच तेज हो गई है. शनिवार को बिहार से चार सदस्यीय टीम चेन्नई पहुंचे हैं. वहां पहुंचने के बाद ग्रामीण विकास विभाग के सचिव बाला मुरुगन डी ने कई बातें कहीं हैं. उन्होंने कहा कि हम में से चार बिहार सरकार से तमिलनाडु सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों से मिलने यहां पहुंचे हैं. इसके साथ ही यहां काम करने वाले बिहार के लोगों को आश्वस्त करने आए हैं.


बिहार सरकार मजदूरों के कल्याण के लिए है


कहा कि लोगों को आश्वासन देंगे कि बिहार सरकार उनके कल्याण के लिए है. हमें तमिलनाडु सरकार से पूरा समर्थन मिल रहा है. हम और जगहों का दौरा करेंगे. तमिलनाडु मामले को लेकर बिहार में जमकर बवाल मचा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि उनको न्यूज चैनल और अखबार के जरिए इस बात की जानकारी मिली जिसके बाद तुरंत टीम को वहां के लिए रवाना किया गया. हालांकि इस मामले में राजनीति भी गरमाई हुई है. बीजेपी के कुछ नेताओं ने नीतीश कुमार के साथ इस मामले को लेकर बैठक की थी. वरिष्ठ बिहार के अधिकारियों के नेतृत्व में टीम वहां गई है.



मुख्यमंत्री को देंगे हर एक रिपोर्ट


टीम उन क्षेत्रों का दौरा करेगी जहां की कथित खबरें आईं थी कि बिहारी कामगारों पर हमला किया जा रहा है. बताया जा रहा कि बिहार सरकार ने जिन चार अधिकारी को भेजा है उसमें दो मूल रूप से तमिलनाडु के रहने वाले हैं. वहां की भाषा समझने में कोई समस्या न हो इसलिए दो इधर और दो उधर के लोगों को चार सदस्यीय जांच टीम में रखा गया. वहां से कहा जा रहा कि एक एक चीज की रिपोर्ट मुख्यमंत्री को देनी है. ये बात खुद नीतीश कुमार ने कही है कि हर चीज उनको रिपोर्ट की जाए. शनिवार के वहां के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने भी बिहार के सीएम से बात करते हुए कहा है कि सभी कामगर उनके कामगर हैं. उनको किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं होगी. मजदूरों को डरने की जरूरत नहीं है. देश की अखंडता के खिलाफ ये भ्रम फैलाया जा रहा है.


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