जहानाबाद: सीआरपीएफ जवान सह कैंटीन संचालक की हत्याकांड का जहानाबाद पुलिस ने उद्भेदन कर लिया है. हत्या को जवान के दोस्त और ममेरे भाई ने शूटर की मदद से अंजाम दिलाया था. मृतक के दोस्त का उसकी पत्नी से अवैध संबंध था, जबकि भाई को कैंटीन हड़पने की लालच थी. फिलहाल, हत्याकांड में शामिल तीन शूटर के अलावा हत्या की सुपारी देने वाले एक सीआरपीएफ जवान को भी गिरफ्तार कर लिया गया है.
कैंटीन को हड़पना चाहता था भाई
वहीं, इस हत्याकांड में इस्तेमाल हुए देशी कट्टा को भी बरामद कर लिया गया है. इस संबंध में एसपी मीनू कुमारी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि मृतक पूर्व सीआरपीएफ जवान जितेंद कुमार का दोस्त दयानंद पासवान मृतक की पत्नी से प्यार करता था. वहीं, मृतक का ममेरा भाई लवकुश उसकी कैंटीन को हड़पना चाहता था.
पांच लाख रुपये की दी थी सुपारी
उन्होंने बताया कि इसी बात को लेकर दोनों लोगों ने नालंदा जिले के नूरसराय के रहने वाले धनंजय नट और पटना के बख्तियारपुर के रहने संतोष नट से पांच लाख रुपये की सुपारी देकर जितेंद्र पासवान की हत्या करा दी. इनमें से सुपारी के तौर पर लवकुश ने दो लाख और दयानंद पासवान ने एक लाख रुपये की सुपारी दी थी जबकि सुपारी के दो लाख रुपये बाकी थे.
अन्य शूटर की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी
एसपी मीनू कुमारी ने कहा कि 23 दिसम्बर को हुई यह हत्या जहानाबाद के कडौना ओपी के लोदी पुर गांव समीप मृतक द्वारा संचालित कैंटीन में की गई थी. हत्या का यह केस पूरी तरह से ब्लाइंड केस था, जिसमें उन्हें मात्र सीसीटीवी फुटेज प्राप्त हुआ था और उसी सुराग को लेकर उनकी टीम ने वैज्ञानिक आधार पर जांच करते हुए पूरे मामले का खुलासा कर लिया है. वहीं, इस हत्याकांड में शामिल फरार एक अन्य शूटर की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.
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