Gaya Pilgrims get will Gangajal: गया में पितृपक्ष मेला में अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए पिंडदान कर लौटने वाले तीर्थयात्रियों को इस वर्ष राज्य सरकार की ओर से उपहार के रूप में गंगाजल दिया जाएगा. इस योजना को लेकर तैयारी की जा रही है. 17 सितंबर से विश्वप्रसिद्ध पितृपक्ष मेला शुरू होने वाले है, जो 2 अक्टूबर को समाप्त होगा. इस साल देश-विदेश से पिंडदान करने आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए राज्य सरकार कुछ अलग करने का प्रयास कर रही है.
सीएम नीतीश कुमार ने दिया निर्देश
पिछले सात सितंबर को बिहार के सीएम नीतीश कुमार गया समाहरणालय में पितृपक्ष मेला की तैयारियों की समीक्षा की थी. समीक्षा बैठक के दौरान सीएम नीतीश कुमार ने पिंडदानियों और तीर्थयात्रियों को पैकेजिंग कर उपहार के रूप में गंगाजल उपलब्ध कराने का निर्देश दिया था. वहीं सीएम के निर्देश के बाद गया के जिलाधिकारी डॉ त्यागराजन एसएम ने मगध दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड, सुधा डेयरी के प्रबंध निदेशक और जल संसाधन विभाग (गंगाजल) के कार्यपालक अभियंता को निर्देश दिया है.
जिलाधिकारी डॉ त्यागराजन कहा है कि दोनों आपस में समन्वय स्थापित कर तैयारी शुरू करें. इस संबंध में मगध दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड, सुधा डेयरी के प्रबंध निदेशक ज्ञान प्रकाश ने बताया कि सीएम नीतीश कुमार का निर्देश था कि इस बार देश दुनिया से पितृपक्ष मेला में आने वाले तीर्थयात्रियों को राज्य सरकार की ओर से गंगाजल उपहार स्वरूप भेंट दिया जाएगा. इस पर तैयारी शुरू कर दी गई है.
कई स्टालों से मुफ्त में मिलेगा ये उपहार
वहीं इस संबंध में पूछे जाने पर जल संसाधन विभाग (गंगाजल) के कार्यपालक अभियंता अजीत कुमार ने बताया कि यहां से शुद्ध गंगाजल सुधा डेयरी को उपलब्ध कराया जाएगा. उसके बाद डेयरी में गंगाजल का पैकेजिंग की जाएगी. पितृपक्ष मेला के दौरान श्रद्धालुओं को मेला क्षेत्र के कई स्टालों से मुफ्त में यह उपहार घर ले जाने के लिए दिया जाएगा. मेला अवधि के दौरान रोजाना दस हजार तीर्थयात्रियों को गंगाजल दिया जाना है.
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