बेगूसराय: बिहार के बेगूसराय के सांसद सह केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने रविवार को निर्माणाधीन बरौनी खाद कारखाने का निरीक्षण किया और पदाधिकारियों को आवश्यक निर्देश भी दिए. इस क्रम में उन्होंने भुुुगतान संबंधी शिकायतों के आलोक में पदाधिकारियों को जमकर फटकार लगाई. गिरिराज सिंह ने कहा कि मजदूरों द्वारा शिकायत मिल रही है कि काम के एवज में उनके खाते में मजदूरी तो भेजी जाती है, लेकिन बाद में फिर बिचौलियों द्वारा एक निश्चित राशि वापस करवा ली जाती है.


इस मामले में गिरिराज सिंह ने निर्देश देते हुए पदाधिकारियों को कहा कि इन शिकायतों पर जल्द से जल्द कार्रवाई की जानी चाहिए. वहीं, उन्होंने पदाधिकारियों की लताड़ लगाते हुए कहा कि पिछले बार भी नीम के पौधे लगाने का निर्देश दिया गया था, लेकिन अब तक वह धरातल पर कहीं नहीं दिख रही.


निरीक्षण के बाद उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस की जिसमें उन्होंने कहा कि आज बरौनी खाद कारखान और बरौनी रिफायनरी बेगूसराय के लिए गौरव का प्रतीक है. लाल झंडे की वजह से एक तरफ जहां खाद कारखाना बंद हो गया था. वहीं, रिफाइनरी के उत्पादन में भी खासा प्रभाव पड़ा था. लेकिन नरेंद्र मोदी की सरकार ने 7000 करोड़ रुपए की राशि देकर खाद कारखाना के पुनर्निर्माण कार्य शुरू करवाया.


वहीं, रिफाइनरी में भी 21,000 करोड़ रुपए की लागत से विभिन्न तरह के विकास के कार्य हो रहे हैं. केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि खाद कारखाना शुरू करने का लक्ष्य मार्च 2021 रखा गया था. लेकिन कोरोना की वजह से कार्य की गति में कुछ कमी आई है. ऐसे में नवंबर 2021 तक खाद कारखाना के निर्माण का कार्य पूरा कर लिया जाएगा.