कैमूर: बिहार के कैमूर जिले में गुरुवार को फिर एक बार बिहार पुलिस का लापरवाह चेहरा सामने आया. यहां थाना विवाद के चक्कर में युवती की लाश घंटों रेवले ट्रेक के किनारे पड़ी रही. आखिरकार मीडिया की पहल पर वरीय अधिकारियों ने जीआरपी को निर्देश दिया, जिसके बाद सिपाहियों ने युवती के शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेजा. दरअसल, जिले के भभुआ रोड रेलवे स्टेशन से पश्चिम रेलवे ट्रैक के किनारे गुरुवार के अहले सुबह युवती की लाश पड़ी हुई मिली.
जानें किस बात को लेकर था विवाद
लाश को देखकर ग्रामीणों ने इसकी सूचना लोकल थाना और जीआरपी को दी. लेकिन दो थाने का विवाद होने के कारण लगभग चार घंटे तक डेड बॉडी ट्रैक के किनारे ही पड़ी रही. इस दौरान कई लोगों की भीड़ शव को देखने के लिए जुट गई. लेकिन खबर लिखे जाने तक शव की पहचान नहीं हो सकी थी. इधर, मोहनिया थाना ने जीआरपी को सूचित किया. लेकिन जीआरपी ने मोहनिया थाना क्षेत्र का हवाला देते हुए पल्ला झाड़ लिया. हालांकि, बाद में जीआरपी ने कार्रवाई की.
ग्रामीणों ने बताया कि अहले सुबह युवती की लाश देखने के बाद पुलिस को सूचना दी थी. लेकिन थाना विवाद में लाश घंटों पड़ी रही. चार घंटे बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया. इधर, मौके पर पहुंची मोहनिया पुलिस ने बताया कि डेड बॉडी के ट्रैक के किनारे पड़े होने की थानाध्यक्ष द्वारा जानकारी मिली थी. सूचना पाकर हम मौके पर पहुंचे. लेकिन मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है. ना ही युवती की पहचान हो पाई है. वहीं, ये क्षेत्र भी जीआरपी के अधीन है.
स्टेशन मास्टर की तरफ से नहीं मिला मेमो
इधर, जीआरपी के अधिकारी ने बताया कि रेलवे ट्रैक के किनारे लाश मिली है. ये इलाका मोहनिया थाना के अधीन है. हमें स्टेशन मास्टर की तरफ से कोई मेमो नहीं मिला है. वरीय पदाधिकारी से बात करने के बाद डेड बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.
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