सुपौल: बिहार के सुपौल जिले के राजकीय अम्बेदकर आवासीय बालिका उच्च विद्यालय की हालत इन दिनों काफी खास्ता है. जिले के त्रिवेणीगंज अनुमंडल मुख्यालय के मेला ग्राउंड स्थित अनूपलाल यादव महाविद्यालय के कैम्पस में चल रहे इस स्कूल की बच्चियां हॉस्टल में बिना वार्डन के रहने को मजबूर हैं. इस बात का खुलासा तब हुआ जब त्रिवेणीगंज के एसडीओ शेख जेड हसन ने अचानक स्कूल का निरीक्षण.


ठंड में नहीं की गई कोई व्यवस्था


एसडीओ ने निरीक्षण दौरान यह देखा कि हॉस्टल में लड़कियों की सुरक्षा के लिए तैनात वार्डन गायब है. CCTV भी काम नहीं कर रहा. वहीं, कड़ाके की में ना तो छात्राओं को कम्बल दी गई है और ना ही चादर उपलब्ध कराया गया है. इस दौरान यह बात भी सामने आई कि स्कूल में नामांकित 208 छात्राओं को पढ़ाने के लिए तैनात 14 शिक्षकों में से महज चार शिक्षक ही स्कूल में उपस्थित रहते हैं. जबकि 10 शिक्षक केवल हाजरी बनाकर स्कूल से गायब हो जाते हैं.


किराए के मकान में रहती है वार्डन


जांच पड़ताल करने पर यह बात सामने आई कि लड़कियों की सुरक्षा के लिए तैनात की गई वार्डन कुमारी काजल किरण जिसे 24 घंटे स्कूल में ही रहना है, वह जिले त्रिवेणीगंज बाजार में कहीं किराए के मकान में अपने परिवार के साथ रहती है और सिर्फ खानापूर्ति के लिए दिन में स्कूल के निर्धारित समय से लेट स्कूल आती है.


पहले भी हो चुका है हादसा


गौरतलब है कि 6 अक्टूबर 2018 को इसी तरह की लापरवाही के वजह से त्रिवेणीगंज के कस्तूरबा विद्यालय में असमाजिक तत्वों ने घुसकर तांडव मचाया था, जिसमें दर्जनों लड़कियां घायल हुई थी. ऐसे में एक बार फिर इस तरह की लापरवाही अनहोनी को आमंत्रित कर रही है.


दोषियों पर होगी कार्रवाई


इस बाबत एसडीओ शेख जेड हसन ने बताया कि स्कूल में बड़ी लापरवाही बरती जा रही है. हॉस्टल में सीसीटीवी भी काम नहीं कर रहा है. 10 शिक्षक भी ड्यूटी से गायब पाए गए हैं. वार्डन गायब है. ऐसे में पूरे मामले की जांच की जाएगी. वहीं, जो भी दोषी पाए जाएंगे उनपर कठोर कार्रवाई की जाएगी.


यह भी पढ़ें -


RCP सिंह ने बताया बिहार कैबिनेट विस्तार का फॉर्मूला, कहा- समय आने पर होगा फैसला

भक्त चरण दास के सामने फूटा कांग्रेस कार्यकर्ताओं का गुस्सा, सभागार पहुंची पुलिस