Gopalganj News: गोपालगंज में कांग्रेस नेता के घर फायरिंग मामले में पांच आरोपी गिरफ्तार, हथियार बरामद
Gopalganj Crime: गोपालगंज कांग्रेस जिलाध्यक्ष के घर पर हुई फायरिंग मामले में पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. इस मामले में पुलिस पर पीड़ित परिवार को परेशान करने का आरोप लगा है.
Gopalganj Firing Case: बिहार के गोपालगंज में कांग्रेस जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश गर्ग के घर पर हुई गोलीबारी मामले में पांच लोगों को शनिवार ( 27 अप्रैल) को गिरफ्तार किया गया. साथ ही उनके पाल से एक राइफल और 44 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं. बता दें कि आपसी रंजिश को लेकर शुक्रवार की देर रात फायरिंग की घटना को अंजाम दिया गया था.
दोनों पक्ष से 5 लोग गिरफ्तार
घटना नगर थाना क्षेत्र के थाना रोड में मौनिया चौक के पास हुई थी, जिसमें दोनों पक्षों से प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी. पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों पक्ष से 5 लोगों को गिरफ्तार कर लिया. फायरिंग लाइसेंसी राइफल से की गई थी. घटना के बाद थाना रोड में काफी अफरा-तफरी मच गई थी. हालांकि फायरिंग में किसी के हताहत होने की खबर नहीं आई थी.
पुलिस ने बताया कि "एक लाइसेंसी राइफल और 44 कारतूस के अलावा एक खोखा बरामद किया गया है. महिला के नाम पर हथियार का लाइसेंस पाया गया है. गिरफ्तार अभियुक्तों में सोनू मिश्रा, अभिषेक रंजन उर्फ मिश्रा, मनु मिश्रा, चंदन मिश्रा और राज किशोर मिश्रा शामिल हैं."
घर के सामने बैठने को लेकर हुआ था विवाद
पुलिस का कहना है कि घर के सामने बैठने को लेकर गाली-गलौज से विवाद शुरू हुआ था और बात इतनी बढ़ गयी कि हथियार निकाल लिए गए. घटना की सूचना पर सदर एसडीपीओ प्रांजल, नगर इंस्पेक्टर ओमप्रकाश चौहान समेत पुलिस की कई गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं और पुलिस ने तुरंत स्थिति को नियंत्रित में कर लिया. इसके बाद तत्काल कार्रवाई करते हुए दोनों पक्षों से पांच लोगों को गिरफ्तार कर हथियार भी जब्त कर लिया गया है.
राइफल का लाइसेंस रद्द कराएगी पुलिस
इस मामले में एसपी स्वर्ण प्रभात ने कहा कि पुलिस मिशन सुरक्षा अभियान चला रही है. ऐसे में हथियार लाइसेंसी हो या अवैध पुलिस ने उसे जब्त कर लिया है. लाइसेंसी हथियार का दुरुपयोग करने पर इसे जब्त किया गया है और इसके रद्दीकरण के लिए जिलाधिकारी के पास अनुशंसा की गई है.
कांग्रेस जिलाध्यक्ष का पुलिस पर आरोप
वहीं, कांग्रेस जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश गर्ग ने कहा कि जिस मकान पर घटना हुई, वहां वो नहीं रहते हैं. मकान पर परिजनों में मामूली विवाद था. पीड़ित पक्ष पर भी पुलिस ने केस दर्ज किया और मेरे परिवार के सदस्यों की गिरफ्तारी की गयी. ओमप्रकाश गर्ग ने पुलिस की कार्रवाई पर असंतोष जताते हुए वरीय अधिकारियों से इसकी शिकायत करने की बात कही है.
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