Kuwait Building Fire: कुवैत की अल-मंगफ इमारत में लगी आग में 40 भारतीयों की मौत हो गई. इनमें गोपालगंज के रहने वाले शिव शंकर सिंह कुशवाहा ने भी दम तोड़ दिया. शिवशंकर सिंह कुशवाहा गोपालपुर थाना क्षेत्र के सपहां गांव स्व. रामधारी सिंह के 45 वर्षीय पुत्र हैं. वे पिछले एक दशक से कुवैत में रहकर कंपनी में फोरमेन के पद पर नौकरी कर रहे थे. हादसा के दिन भी वो अल-मंगफ इमारत में काम कर रहे थे. इसके अलावा गोपालगंज के ही श्रमिक अनिल गिरि की भी हादसे में मौत हो गई है. 


विशेष विमान से दिल्ली पहुंचा पार्थिव शरीर


कुवैत और भारत सरकार की पहल से वायु सेना की विशेष विमान से दोनों पार्थिव शरीर शुक्रवार को दिल्ली पहुंच गया है. शनिवार को पैतृक गांव में पार्थिव शरीर पहुंचने की सूचना है. मृतक शिवशंकर के साला अखिलेश कुमार सिंह पार्थिव शरीर को लेकर आ रहे हैं. इधर परिवार में मौत की खबर मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया. हादसे की खबर मिलने के बाद से घर में चूल्हा तक नहीं जला है. 


वहीं, घटना की खबर मिलने पर स्थानीय सीओ ने मौके पर पहुंचकर परिजनों से मुलाकात की और सरकार की ओर से मिलने वाली मुआवजा राशि के बारे में जानकारी दी. केंद्र सरकार की ओर से मृतक के आश्रित को मुआवजा देने की घोषणा की गई है. वहीं, राज्य सरकार की ओर से श्रम संसाधन विभाग द्वारा मुआवजा राशि भी मिलने की बात कही. पीड़ित परिजन शनिवार को शव पहुंचने के इंतजार में हैं. 


कुवैत में हुई शिवशंकर सिंह की मौत ने पूरे परिवार को झंकझोर दिया है. मृतक की पत्नी निर्मला देवी और मां गनेशिया देवी बेसुध होकर पड़ी थीं. पत्नी अपने पति के और मां अपने बेटे के मौत की खबर सुनकर आहत थीं. वहीं, मृतक के दो बेटे मुकेश कुमार और अभिषेक कुमार भी अपने पिता को खोने के गम में डूबे हुए थे. आस-पास के लोग पीड़ित परिवार को ढांढस बंधाने में जुटे हुए थे. 


परिजनों ने बताया कि हादसे की जानकारी टीवी के जरिए जब परिवार वालों को हुई, तो पूरा घर परेशान हो उठा. इसके बाद उनके परिवार के सदस्यों ने फोन मिलाना शुरू किया. संपर्क नहीं हुआ, तो परिवार वालों ने उनके सहयोगियों को फोन किया, जिससे उन्हें शिवशंकर सिंह कुशवाहा की मौत की सूचना मिली. ये सुन सब सन्न हो गये. अखिलेश कुमार सिंह ने बताया कि उनके बहनोई के पार्थिव शरीर को लेकर सपहां लौट रहे हैं.


अग्निकांड के पहले वीडियो कॉल पर की थी बात


परिजनों ने बताया कि जिला प्रशासन की ओर से उन्हें जानकारी मिली है कि शनिवार को उनका शव सपहां आएगा. कुवैत में अग्निकांड होने से पहले वीडियो कॉल पर शिव शंकर सिंह कुशवाहा की आखिरी बार बात हुई. वीडियो कॉल पर बात करते हुए उन्होंने अपने परिवार में मां और पत्नी के बारे में पूछा. बेटों से बात करते हुए सभी का ठीक से ध्यान रखने को कहा था, लेकिन अगले दिन ही अग्निकांड हो गया और उसमें उनकी मौत हो गयी. परिवार को क्या पता था कि यह कॉल उनकी आखिरी कॉल होगा. 


वहीं, मृतक अनिल गिरि पंचदेवरी प्रखंड के बंकटिया टोला कली छापर के निवासी रघुनाथ गिरि के पुत्र हैं. परिजनों के मुताबिक अनिल गिरि के दो लड़के हैं. पुत्री 14 वर्ष की महक कुमारी और पुत्र मन्नत कुमार है. मृतक अनिल गिरि के भाई राजेश गिरि ने बताया कि अनिल गिरि का परिवार और उनकी पत्नी प्रियंका देवी हरियाणा में रहती हैं, लेकिन घटना की खबर मिलने के बाद पूरा परिवार गांव आ गया है. उन्होंने बताया कि दो साल पहले ही कुवैत में कमाने के लिए गए हुए थे. इसके पहले तीन साल रहकर गोालगंज आए हुए थे. मौत की खबर मिलने के बाद से पूरे परिवार में कोहराम मचा है. 


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