पटनाः बिहार में प्रारंभिक विद्यालयों में 40,506 प्रधान शिक्षकों और माध्यमिक-उच्च माध्यमिक विद्यालयों में 6,421 प्रधानाध्यापकों की नियुक्ति होनी है. इसपर अगले महीने यानी अप्रैल में विज्ञापन निकाला जाएगा. इस परीक्षा को लेकर आज हम आपको पूरी जानकारी बताने जा रहे हैं. प्रदेश के सरकारी स्कूलों के प्रधान शिक्षकों और प्रधानाध्यपकों की नियुक्ति के लिए बीपीएसएसी को जिम्मेदारी दी गई है. शिक्षा विभाग और बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) के बीच बनी सहमति भी बन गई है.


एक नजर में देखें परीक्षा से जुड़ी मुख्य बातें



  • अप्रैल में विज्ञापन निकाला जाएगा.

  • दोनों पदों पर नियुक्ति के लिए लिखित परीक्षा होगी.

  • 150-150 वस्तुनिष्ठ प्रश्न पूछे जाएंगे. 

  • प्रत्येक प्रश्न एक अंक के होंगे.  0.25 प्रतिशत निगेटिव मार्किंग होगी.

  • परीक्षा में संबंधित हिंदी, अंग्रेजी, गणित, सामान्य अध्ययन और शिक्षक एप्टीट्यूट से जुड़े प्रश्न पूछे जाएंगे.

  • सीबीएसई, आईसीएसई, बीएसईबी से स्थाई संबद्धता प्राप्त स्कूल में उच्च माध्यमिक विद्यालय में शिक्षक के पद पर न्यूनतम 10 और माध्यमिक विद्यालय में 12 वर्ष की सेवा.


क्या होगी योग्यता?


प्रधानाध्यापकः इसके लिए न्यूनतम 31 और अधिकतम 47 वर्ष आयु के शिक्षक आवेदन के पात्र होंगे. मान्यता प्राप्त विवि से कम से कम 50 प्रतिशत अंकों के साथ स्नातकोत्तर उत्तीर्ण होना चाहिए. अभ्यर्थी को बीएड या बीएएड या बीएससीएड उत्तीर्ण होना चाहिए.


कितनी छूट?: 2012 या उसके बाद नियुक्त शिक्षक के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा (TET) में उत्तीर्ण होना आवश्यक है. एससी, एसटी, अति पिछड़ा, पिछड़ा, दिव्यांग, महिला और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए न्यूनतम निर्धारित अंक में पांच प्रतिशत की छूट मिलेगी.


प्रधान शिक्षकः इसके लिए उम्र सीमा तय नहीं है. प्राथमिक विद्यालयों में प्रधान शिक्षक की नियुक्ति के लिए पंचायत या नगर प्रारंभिक शिक्षक के पद पर न्यूनतम आठ साल तक लगातार सेवा कर चुके शिक्षक आवेदन कर सकेंगे. पंचायती राज संस्था एवं नगर निकाय संस्था के तहत स्नातक शिक्षक, जिनकी सेवा संपुष्ट है, यानी जो दो साल से अधिक कार्य कर चुके हैं, वे आवेदन कर सकेंगे. 2012 या उसके बाद नियुक्त शिक्षक के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा (TET) में उत्तीर्ण होना आवश्यक है.


कितनी छूट?: एससी, एसटी, अति पिछड़ा, पिछड़ा, दिव्यांग, महिला और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए न्यूनतम निर्धारित अंक में पांच प्रतिशत की छूट मिलेगी. मान्यता प्राप्त विवि से कम से कम 50 प्रतिशत अंकों के साथ स्नातक उत्तीर्ण होना चाहिए. अभ्यर्थी को डीएलएड या बीटी या बीएड या बीएएड या बीएससीएड या बीएलएड उत्तीर्ण होना चाहिए.


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