पटना: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले जेडीयू को बड़ा झटका लग सकता है. सूत्रों से जानकारी मिल रही है कि जेडीयू नेता और बिहार सरकार के उद्योग मंत्री श्याम रजक पार्टी से इस्तीफा दे सकते हैं. इस संबंध में सूत्र ने बताया, " श्याम रजक पार्टी में हो रहे लगातार अनदेखी से आहत हैं. ऐसे में वो जल्द ही पार्टी से इस्तीफा दे सकते हैं."
बता दें कि जेडीयू नेता श्याम रजक के लालू प्रसाद यादव की पार्टी आरजेडी में शामिल होने की चर्चा है. इस संबंध में श्याम रजक की करीबियों ने बताया कि पिछले कई मौकों पर उन्होंने महसूस किया है कि पार्टी में उनका सम्मान नहीं है और ना ही उनकी बातों को सुना जा रहा है. हाल ही में हुए जेडीयू के वर्चुवल रैली से उनको दूर रखा गया.
करीबी बताते हैं, " मंत्री रहते उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मंत्रालय को लेकर अपनी समस्याएं बताई लेकिन उसे इग्नोर किया जाता रहा. यहां तक कि उनके विधानसभा क्षेत्र में किसी दूसरे नेता अरुण मांझी को चुनाव में घूमने के लिए कहा जा रहा है. इस तरह से पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच संशय बन रहा है. ऐसे में मंत्री पद पर बने रहने का कोई औचित्य नहीं है. "
करीबी बताते हैं, " श्याम रजक अपने चुनाव क्षेत्र के लोगों से राय ले रहे हैं. संभावना है कि सोमवार को इस बारे में प्रेस कॉफ्रेंस कर इस्तीफे का ऐलान कर सकते हैं." मालूम हो कि श्याम रजक लालू यादव की पार्टी आरजेडी में थे और राबड़ी देवी के मन्त्रिमण्डल में मंत्री थे. लेकिन 2009 में आरजेडी के फुलवारी शरीफ से विधायक पद से इस्तीफा देकर श्याम रजक जेडीयू में शामिल हो गए थे.
हालांकि उप चुनाव हार गए थे, लेकिन 2010 में विधायक बने और इन्हें मंत्री पद मिला था. वहीं 2015 में माहगठबन्धन से विधायक बने थे लेकिन इस बार मंत्री नहीं बनाया गया. हालंकि बीजेपी के साथ बने गठबंधन में नीतीश कुमार ने उन्हें फिर से मंत्री बनाया था.
इधर, यह भी खबर है कि एलजेपी अध्यक्ष चिराग पासवान नीतीश कुमार से अपना समर्थन वापस ले सकते हैं. दरसअल लंबे समय से दोनों पार्टियों के बीच चल रहा मतभेद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. ऐसे में हाल ही में चीराग पासवान ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी, जिसके बाद उन्होंने कल पटना में पार्टी नेताओं की आपात बैठक बुलाई थी. ऐसे चर्चाएं हैं कि पार्टी बैठक में नीतीश कुमार की सरकार से समर्थन वापस लेने पर भी विचार किया गया है.