पटना: बिहार सरकार कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर तैयार है. सरकार ने वैक्सीनेशन के पहले चरण में सरकारी और गैर सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों के स्वास्थ्य कर्मियों को टीका देने की तैयारी पूरी कर ली है. बता दें कि कोरोना वैक्सीनेशन के लिए अब तक कुल 4,62,000 फ्रंट लाइन वर्कर्स का रजिस्ट्रेशन किया गया है. बिहार राज्य स्वास्थ्य समिति की ओर से जारी किए गए आंकड़ों में बताया गया है कि टीकाकरण के पहले चरण में कोरोना वारियर्स को रेजिस्ट्रेशन करने की सुविधा दी गई है.


वेस्ट मैनेजमेंट की भी की गई है व्यवस्था


बता दें कि टीकाकरण के पहले फेज में जिन्हें टीका दिया जाना है उन्हें एसएमएस के जरिए सूचना दी जाएगी. इस संबंध में जानकारी देते हुए राज्य स्वास्थ्य समिति के सहायक निदेशक के पीयूष कुमार चंदन ने बताया कि सभी टीकाकरण केंद्रों पर बायो वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम की व्यवस्था की गई है. ताकि टीकाकरण के बाद उसके वेस्ट का डिस्पोजल सही से किया जा सके.


साथ ही साथ टीकाकरण केंद्रों से पास के इलाके में कुल 10 पॉइंट तक वैक्सीन लाने की सुविधा रखी गई है ताकि वैक्सीन का टेंपरेचर मेंटेन किया जा सके.


सीएम नीतीश ने कही थी ये बात


बता दें कि बीते दिनों सीएम नीतीश पटना स्थित एनएमसीएच पहुंचे थे, जहां उन्होंने कोरोना वैक्सीन के स्टोरेज के लिए बनाए गए स्टोरेज रूम का निरीक्षण किया था. निरीक्षण के बाद सीएम नीतीश ने कहा था कि यहां (बिहार) देश में ही बने कोरोना वैक्सीन का इस्तेमाल किया जाएगा. उन्होंने बताया था कि राज्‍य सरकार ने प्रदेश वासियों को कोरोना वैक्‍सीन देने की तैयारी पूरी कर ली है. इसके लिए बनाए गए रोडमैप के तहत चार से पांच महीने के भीतर सभी को टीका दे दिया जाएगा. हालांकि, इसके लिए आम लोगों को कुछ इंतजार करना पड़ेगा.


सीएम नीतीश कुमार ने कहा, " सरकार के गाइडलाइन के अनुसार इसकी पूरी तैयारी कर ली गई है. उन्होंने कहा कि सबसे पहले कोरोना के वैक्सीन स्वास्थ्यकर्मियों, उसके बाद पुलिसकर्मियों, जनप्रतिनिधियों और सरकारी कर्मचारियों को दिया जाएगा. बीमार व बुजुर्ग लोगों को वैक्सीन प्राथमिकता के आधार पर दिया जाएगा. बाद में आम लोगों की बारी आएगी."


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