पटना: बिहार में कोरोना संक्रमण के रोकथाम को लेकर लॉकडाउन लागू है. इसके बावजूद नीतीश कैबिनेट के कई मंत्री अस्पतालों और क्षेत्र का दौरा कर रहे हैं. लेकिन अब वे ऐसा नहीं कर सकेंगे. ऐसा इसलिए क्योंकि राज्य सरकार ने लॉकडाउन के दौरान मंत्रियों के क्षेत्र में घूमने पर पाबंदी लगा दी है. सरकार ने इस बाबत एक चिट्ठी जारी की है, जिसमें कहा गया है कि लॉकडाउन में मंत्रियों के घूमने से जनता पर इसका प्रतिकूल असर पड़ता है. ऐसे में वे अपने आवास से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर जरूरी निर्देश देने का काम करें. 


मंत्रियों के आप्त सचिव को लिखा पत्र


बिहार सरकार के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार की ओर से मंत्रियों के आप्त सचिव को लिखे गए पत्र में ये कहा गया है कि कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए राज्य सरकार की ओर से आदेशित प्रतिबंधों की अवधि में कैबिनेट मंत्रियों द्वारा अलग-अलग सरकारी योजनाओं के कार्यान्वयन और अन्य कामों के निमित्त अपने निर्वाचन क्षेत्रों या अपने प्रभार के जिलों में परिभ्रमण की सूचनाएं प्राप्त हो रही हैं.


पत्र में कहा गया है, " पूरा बिहार कोरोना वायरस जनित महामारी के संक्रमण की दूसरी लहर के प्रभाव में है. राज्य सरकार की ओर से महामारी के संक्रमण को नियंत्रित करने के उद्देश्य से लोगों और वाहनों के आवागमन पर कड़े प्रतिबंध लगाये गए हैं. लेकिन मंत्रियों द्वारा प्रतिबंधों की अवधि में जिलों का परिभ्रमण करने से आम जनता के नियमों का पालन करने को लेकर प्रतिकूल प्रभाव पड़ना संभावित है."


पत्र में अपर मुख्य सचिव की ओर से मंत्रियों के आप्त सचिव से अनुरोध किया गया है कि वे अपने स्तर से मंत्री से अनुरोध करें कि प्रतिबंध की अवधि के दौरान किसी भी तरह की जानकारी प्राप्त करने के वे लिए अपने निर्वाचन क्षेत्र या अपने प्रभार के जिलों का परिभ्रमण ना करें. किसी प्रकार की समीक्षा की आवश्यकता होने पर विडियो कॉन्फ्रेंसिंग का सहारा लिया जा सकता है.


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