बिहार सरकार की बड़ी पहल, सरकारी शिक्षकों को मिलेगी अंग्रेजी में बोलने की ट्रेनिंग, निजी ऐजेंसी के साथ किया करार
ट्रेनिंग का एक सेशन तीन घंटे का होगा. ट्रेनिंग पूरी होने के बाद ट्रेंड शिक्षक कक्षा में बच्चों को अंग्रेज़ी में बोलने-सीखने का पाठ पढ़ाएंगे. ऑनलाइन ट्रेनिंग इसी साल दिसंबर से शुरू कर दी जाएगी.
पटना: बिहार के सरकारी स्कूलों के शिक्षक भी अब जल्द ही अंग्रेज़ी में बोलने लगेंगे. सरकारी शिक्षकों को अंग्रेज़ी में बात करने के लिए ट्रेनिंग दी जाएगी. उन्हें अंग्रेजी में बोलना सिखाया जाएगा. बिहार सरकार ने इस बाबत एक निजी एजेंसी से करार भी कर लिया है. बिहार के सभी प्रारंभिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों को स्पोकेन इंग्लिश की ट्रेनिंग दी जाएगी. ट्रेनिंग में शिक्षकों ने कितना सीखा इस बात की पुष्टि के लिए परीक्षा ली जाएगी. जो शिक्षक पास होने उन्हें सर्टिफिकेट भी दिया जाएगा.
सीख कर बच्चों को पढ़ाएंगे पाठ
ट्रेनिंग का एक सेशन तीन घंटे का होगा. ट्रेनिंग पूरी होने के बाद ट्रेंड शिक्षक कक्षा में बच्चों को अंग्रेज़ी में बोलने-सीखने का पाठ पढ़ाएंगे. बता दें कि शिक्षकों को ट्रेनिंग देने के बाबत एससीईआरटी, लिप फोर वर्ल्ड एवं मेरिको लिमिटेड (मुंबई) और सरकार के बीच सोमवार को एमओयू पर कॉन्ट्रैक्ट हुआ है. इस कॉन्ट्रैक्ट के तहत आठवीं कक्षा तक के बच्चों को पढ़ाने वाले शिक्षकों को ट्रेनिंग दी जाएगी.
तीन साल दी जाएगी ट्रेनिंग
बता दें कि जिस एजेंसी ने प्रारंभिक विद्यालयों के शिक्षकों को स्पोकेन इंग्लिश की ट्रेनिंग देने का जिम्मा उठाया है, उसने बिहार सरकार से पैसे नहीं लिए हैं. वह शिक्षकों को मुफ्त ऑनलाइन ट्रेनिंग देगी. इसके बदले मेरिको लिप फार वर्ल्ड संस्था को फंड मुहैया कराएगी. मिली जानकारी अनुसार जारी शैक्षणिक सत्र 2021-22 से शिक्षकों का ग्रुप बनाकर ऑनलाइन ट्रेनिंग इसी साल दिसंबर से शुरू कर दी जाएगी. ये प्रशिक्षण कार्यक्रम तीन सालों में पूरा होगा.
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