पटना: बिहार में कोरोना से त्राहिमाम के बीच राज्य सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. कोरोना से जारी जंग में डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों के अथक प्रयास के पुरस्कार के तौर पर राज्य सरकार ने सभी सरकारी डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों के एक महीने की मूल वेतन के समान प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा की है. कोरोना योद्धाओं के मनोबल को बढ़ाने के लिए सरकार की ओर से उन्हें प्रोत्साहन राशि देने का निर्णय लिया है.


इस संबंध में बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने रविवार को पत्र जारी कर कहा है कि वैसे डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी जिन्होंने कोरोना काल में अपने सभी कर्तव्यों का समय पर निर्वहन किया है, वो सभी इस प्रोत्साहन राशि के हकदार होंगे. इसका लाभ नियमित कर्मचारी और संविदाकर्मी दोनों को मिलेगा. वहीं ऐसे डॉक्टर, स्वास्थ्यकर्मी और स्वास्थ्य विभाग के अन्य कर्मी जिन्होंने कोरोना काल में अपने कर्तव्यों का निर्वहन नहीं किया है, वो प्रोत्साहन राशि के हकदार नहीं होंगे.


मालूम हो कि बिहार में कोरोना विस्फोटक स्थिति में है. रोजना सैकड़ों मरीज मिल रहे हैं. स्थिति से निपटने के लिए डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी बिना छुट्टी के लगातार ड्यूटी कर रहे हैं. लेकिन सरकार की उदासीन रवैये की वजह से उनके बीच असंतोष की भावना उत्पन्न हो गई है. इस बात का प्रमाण कई बार स्वास्थयकर्मियों के हड़ताल के रूप में देखने को मिलता है.


पिछले दिनों भी जब भारी फजीहत बाद कोरोना काल में नींद से जागे बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय राजधनी स्थित कोविड डेडिकेटेड अस्पतालों का जायजा लेने पहुंचे थे, तो उन्हें काफी विरोध का सामना करना पड़ा था. स्वास्थ्यकर्मियों की नाराजगी देख उन्होंने यह वादा किया था कि जल्द ही कुछ फैसला लिया जाएगा. जिसके बाद विभाग की ओर से आज यह आदेश जारी किया गया है. हालांकि अभी कई ऐसे मुद्दे हैं जिसपर विचार करने की जरूरत है.