Bihar News: केला की खेती करने वाले किसानों के लिए नीतीश सरकार (Nitish Government) ने अच्छी खबर सुनाई है. कहा गया है कि फसल के नुकसान की भरपाई की जाएगी. एक-एक पैसा दिया जाएगा. बिहार के उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी (Bihar Deputy CM Samrat Choudhary) ने केला किसानों की फसल की क्षति की जानकारी मिलने के बाद बीते सोमवार (12 अगस्त) को भागलपुर और खगड़िया के जिलाधिकारियों को तलब किया. फसल क्षति आकलन करने का निर्देश देते हुए रिपोर्ट मांगी.
बारिश और तेज आंधी से केले की फसल की हुई क्षति
दरअसल, बिहार के भागलपुर एवं खगड़िया जिले के केला उपजाने वाले किसानों ने फोन पर उप मुख्यमंत्री को जानकारी दी कि हाल के दिनों में भारी बारिश और तेज आंधी से केले की फसल की व्यापक क्षति हुई है. इससे यहां के केला उपजाने वाले किसानों की आर्थिक स्थिति पर प्रतिकूल असर पड़ा है. इसके बाद ही उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने एक्शन लिया है.
दोनों जिलों में जांच के बाद रिपोर्ट सौंपने का निर्देश
किसानों की ओर से मिली सूचना के बाद इस पर उप मुख्यमंत्री ने तत्काल भागलपुर और खगड़िया के जिला अधिकारियों को निर्देश दिया कि दोनों जिलों में टीम गठित कर फसल क्षति का आकलन करें एवं रिपोर्ट उपलब्ध कराएं. इससे पीड़ित किसानों को हुई क्षति की भरपाई की जा सके. उन्होंने फसल क्षति के नुकसान पर चिंता जताई है.
सीएम नीतीश कुमार को भी कराया जाएगा अवगत
उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने बताया कि रिपोर्ट मिलने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी कराया जाएगा. बता दें कि राज्य में बीते दिनों तेज बारिश और आंधी से केला और मक्का के किसानों को भारी नुकसान हुआ है. किसानों के मुताबिक, केला अब लगभग कटने को तैयार है. बारिश और आंधी के कारण तैयार फसल के नुकसान होने उनके अरमानों पर पानी फिर गया है.
बिहार के 12 जिलों में केले की खेती बड़े पैमाने पर की जाती है. इनमें वैशाली, सारण, समस्तीपुर, कटिहार, मधेपुरा, खगड़िया, पूर्णिया, भागलपुर, गोपालगंज, किशनगंज, पश्चिमी चंपारण और पूर्वी चंपारण शामिल है. दूसरे जिलों में भी केले की खेती का धीरे-धीरे विस्तार हो रहा है. बिहार का केला विदेश भी भेजा जाता है.
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