Bihar News: बिहार की राजधानी पटना (Patna) में बीजेपी कार्यालय के बाहर शुक्रवार (23 फरवरी) की सुबह अपनी मांगों को लेकर ग्राम रक्षा दल ने प्रदर्शन कर रहे हैं. आज सुबह से ही पटना में पुलिस मित्र नियुक्ति के बाद भी पैसे ना मिलने और स्थाई नियुक्ति को लेकर सरकार का विरोध कर रहे थे. इस दौरान ग्राम रक्षा दल के सदस्यों ने उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा से मुलाकात करना चाह रहे थे, लेकिन जब मुलाकात नहीं हुई थी, तो उग्र हो गए. इस दौरान भीड़ को कंट्रोल करने के लिए पुलिस ने उनपर लाठी चार्ज कर दिया.
ग्राम रक्षा दल की क्या हैं मांगें?
साल 2012 से ग्राम रक्षा दल नौकरी स्थाई करने और वेतनमान की मांग कर रहे है. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि इससे पहले भी उन्होंने प्रदर्शन किया था, सरकार से उन्हें आश्वासन भी मिला कि उनकी मांगों पर विचार किया जाएगा. इसके बाद भी आज तक उनकी नहीं सुनी जा रही है. बताया जा रहा है कि पुलिस ने धरना दे रहे ग्राम रक्षा दल को समझाया कि यहां धरना नहीं दे सकते हैं. कई बार अपील करने के बाद जब कर्मचारी नहीं हटे. इसके बाद पुलिस ने सख्ती दिखाई तो वह विरोध करने लगे, जिसके बाद कोतवाली थाना पुलिस ने भीड़ को हटाने के लिए लाठी कर्ज किया.
गर्दनीबाग पहुंचे ग्राम रक्षा दल के सदस्य
दरअसल करीब 500 की संख्या में ग्राम रक्षा दल के लोग बीजेपी कार्यालय के बाहर पहुंचे थे, लेकिन लाठीचार्ज के बाद सभी प्रदर्शनकारी बीजेपी दफ्तर के पास से हट गए हैं. अब ग्राम रक्षा दल के सदस्य पैदल ही गर्दनीबाग धरना स्थल पर पहुंच रहे हैं. वहीं ग्राम रक्षा दल के प्रदेश अध्यक्ष सिकदर पासवान ने बताया कि 2-4 दिन पहले उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी से बात हुई थी. उन्होंने हमें भरोसा दिया था कि 23 फरवरी को हम उनसे मिलने के लिए बीजेपी ऑफिस पहुंचे, लेकिन आज वहां पहुंचने पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया. इसमें हमारे कई साथी घायल हो गए हैं.
उन्होंने कहा कि हम लोगों की सिर्फ एक मांग है कि सरकार हमें वेतनमान दे और नौकरी हमारी स्थाई की जाए. यह मांग हम लंबे समय से करते आ रहे है, लेकिन हमें सिर्फ आश्वासन ही मिलता आ रहा है. रक्षा दल का कहना है कि पंचायत के समस्त प्रतिनिधियों के तहत हम सभी सदस्य भी काम करते हैं. इसलिए हमें मानदेय, दैनिक भत्ता दिया जाए.