Bihar News: गरियह जन पहुना के....! राम जानकी विवाहोत्सव बारात का बक्सर में भव्य स्वागत, महिलाओं ने गाया गीत
Welcome Ram Janaki Chariot: इस यात्रा को लेकर लोगों में काफी उत्साह देखा गया. क्योंकि बक्सर प्रभु श्री राम का शिक्षा स्थल रहा है. यहां के लोगों में राम के प्रति काफी आस्था है.
Ram Janaki chariot In Buxar: अयोध्या से जनकपुर जाने के लिए निकली राम जानकी विवाहोत्सव भव्य बारात बुधवार देर रात बक्सर पहुंची, जहां बारात के स्वागत में लोगों ने फूलों की वर्षा करते हुए राम जानकी के प्रतिमा की आरती उतारी. इस दौरान शहर में राम जानकी रथ (Ram Janaki chariot) का भव्य स्वागत किया गया.
महिलाओं ने श्री राम के स्वागत में गीत भी गाया
अयोध्या के कारसेवक पुरम से निकली इस बारात की मंगलवार को अयोध्या से यात्रा प्रारंभ हुई, जो बुधवार को बक्सर पहुंची. बक्सर में सीताराम विवाह महोत्सव आश्रम में रात्रि विश्राम किया गया. इस दौरान वहां बारात का भाव स्वागत किया गया, जिसको देखने के लिए काफी संख्या में लोग इकट्ठा हुए थे. शहर में गोलंबर से लेकर हर चौक चौराहे पर श्रद्धालु आई इस बारात का स्वागत कर रहे थे. गोलंबर पर महिलाओं ने राम के स्वागत में गीत भी सुनाया, जो काफी मनमोहन गीत था. गीत के बोल थे गरियह जन पहुना के....!
वहीं बारात गुरुवार को बक्सर से प्रस्थान करते हुए आरा के बाद पटना के लिए रवाना हो गई, जहां रात्रि विश्राम पटना में ही होगा. फिर शुक्रवार को यह बरात पुरैना धाम (सीतामढ़ी) फिर उसके बाद बेनीपट्टी और माधवपुर (मोतिहारी) होते हुए यह बारात 3 दिसंबर को जनकपुर पहुंचेगी. बारात जनकपुर में पहुंचने के बाद पारंपरिक रीति रिवाज के साथ प्रभु श्री राम और माता सीता का विवाह उत्सव जनकपुर में मनाया जाएगा. इस दौरान पारंपरिक रीति रिवाज जैसे हल्दी मत कोड के अलावा वैवाहिक रीति रिवाज के साथ यह आयोजन धार्मिक श्रद्धा और संस्कृति का प्रतीक बनेगा.
यात्रा में शामिल विश्व हिंदू परिषद के अंकुर अवस्थी (संयोजक अवध प्रांत) ने मीडिया को बताया कि प्रभु श्री राम की यह यात्रा राम मंदिर निर्माण के बाद पहली बार निकाली जा रही है. बारात जनकपुर पहुंचेगी, इस दौरान जनकपुर में भगवान श्री राम और माता सीता का विवाह का आयोजन होना है. यह यात्रा 2004 से केंद्रीय मंत्री पंकज सिंह के नेतृत्व में प्रारंभ की गई थी. प्रभु श्री राम के अपने मंदिर में विराजमान होने के बाद यह पहली यात्रा है. 5 वर्ष में एक बार यह यात्रा होती है.
दक्षिण भारत के करीब 40 विद्वान करेंगे विवाह संपन्न
अंकुर अवस्थी ने बताया कि बारात में दक्षिण भारत के करीब 40 विद्वानों के जरिए यह विवाह संपन्न कराया जाएगा. विवाह के बाद 9 तारीख को हम लोग फिर अयोध्या के लिए प्रस्थान करेंगे. इस यात्रा को लेकर लोगों में काफी उत्साह देखा जा रहा है. उन्होंने यह भी बताया कि इस यात्रा के दौरान बक्सर जो प्रभु श्री राम का शिक्षा स्थल रहा है. यहां पर लोगों में उत्सव का माहौल देखा गया. लोगों ने भव्य तरीके से बारात का स्वागत किया. बक्सर धर्म अध्यात्म की नगरी है, जहां प्रभु श्री राम शिक्षा ग्रहण के लिए पहुंचे थे. यहां के लोगों में राम के प्रति काफी आस्था दिखी. लोग स्वागत के लिए सड़क पर उतर गए थे.
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