स्वास्थ्य विभाग ने पूरी की जूनियर डॉक्टरों की मांग, वेतनमान में की 36 से 41 फीसदी तक की वृद्धि
स्टाइपेंड बढ़ोतरी की मांग को लेकर बिहार के सभी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर थे. सभी ने 23 दिसंबर से 31 दिसंबर तक हड़ताल किया था.
पटना: बिहार स्वास्थ्य विभाग ने जूनियर डॉक्टरों की मांग पूरी कर दी है. नए साल से अब सभी जूनियर डॉक्टरों को बढ़े हुए स्टाइपेंड का भुगतान किया जाएगा. स्वास्थ्य विभाग ने इस बाबत संकल्प जारी कर दिया है. संकल्प के अनुसार जूनियर डॉक्टरों के वेतनमान में 36 से 41 फीसदी तक की वृद्धि की गई है. ऐसे में जूनियर डॉक्टरों के मानदेय में 18 से 23 हजार रुपये तक का इजाफा होगा.
अब हर महीने दिया जाएगा इतना स्टाइपेंड
विभाग की ओर से जारी संकल्प के अनुसार अब पीजी फर्स्ट ईयर के छात्रों को 50 हजार की जगह 68,545 रुपये, सेकेंड ईयर के छोत्रों को 55 हजार की जगह 75,399 रुपये और फाइनल इयर के छात्रों को 60 हजार की जगह 82,938 रुपये स्टाइपेंड के तौर पर दिया जाएगा. बढ़ा हुआ स्टाइपेंड एक जनवरी, 2020 से प्रभावी किया गया है.
9 दिनों तक हड़ताल पर थे जूनियर डॉक्टर
बता दें कि स्टाइपेंड बढ़ोतरी की मांग को लेकर बिहार के सभी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर थे. सभी ने 23 दिसंबर से 31 दिसंबर तक हड़ताल किया था. हालांकि, 31 दिसंबर की रात सरकार से बातचीत के बाद उन्होंने हड़ताल खत्म कर दिया था.
वहीं, आदेश में कहा गया है कि कर्तव्य से अनधिकृत रूप से अनुपस्थिति के मामले में जूनियर डॉक्टरों को प्रतिमाह छात्रवृत्ति की राशि में आनुपातिक कटौती करके ही राशि का भुगतान किया जाएगा. इधर, जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन, पीएमसीएच के अध्यक्ष डॉ. हरेन्द्र ने स्टाइपेंड में इजाफे के लिए राज्य सरकार और स्वास्थ्य विभाग के प्रति आभार जताया है.