बिहार : स्वास्थ्य विभाग की खुली पोल, गया में नसबंदी के बाद महिलाओं को फर्श पर सुलाया
टिकारी अनुमंडलीय अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ विश्वमूर्ति मिश्रा ने इस बाबत जो जानकारी दी उसके अनुसार अस्पताल के बेड कोविड सेंटर में शिफ्ट किए जाने से इन मरीजों को बेड मुहैया नही करा जा सका है.ऐसी सूरत में जमीन में मैट्रेस पर बंध्याकरण के मरीजों को रखा गया है.
गया : परिवार कल्याण योजना के तहत गया जिले के टिकारी अनुमण्डलीय अस्पताल में महिला बंध्याकरण के बाद वार्ड में रखे गये मरीजों की तस्वीर ने अस्पताल प्रशासन की कुव्यवस्था की पोल खोल दी.इस कड़ाके की ठंड में मरीजों को ऑपरेशन के बाद जमीन पर हीं सुला दिया गया, इतना हीं नही किसी तरह से भी कोविड प्रोटोकॉल का पालन नही किया गया.
टिकारी अनुमंडलीय अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ विश्वमूर्ति मिश्रा ने इस बाबत जो जानकारी दी उसके अनुसार अस्पताल के बेड कोविड सेंटर में शिफ्ट किए जाने से इन मरीजों को बेड मुहैया नही करा जा सका है.ऐसी सूरत में जमीन में मैट्रेस पर बंध्याकरण के मरीजों को रखा गया है.
उपाधीक्षक ने अपनी सफाई में ये जरुर कहा कि कई बेड कोविड में शिफ्ट हो गए मगर हकीकत ये थी कि इसी कक्ष में बेड के कई पार्ट्स किनारे खुले रखे पड़े दिखे. अंत में अपनी जिम्मेवारी से पल्ला झाड़ते हुए उपाधीक्षक ने कहा व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी प्रबंधक की है हमारी नही.
टिकारी स्थित अनुमण्डलीय अस्पताल अक्सर अपनी कुव्यवस्था को लेकर सुर्खियों में रहा है. गुरुवार को अस्पताल प्रशासन द्वारा परिवार नियोजन योजना के तहत महिलाओं का बंध्याकरण कराया गया. अस्पताल के चिकित्सकों द्वारा महिलाओं का बंध्याकरण तो कर दिया गया लेकिन चिकित्सीय निगरानी के लिए वार्ड में रखे गये महिला मरीजों को कोई व्यवस्था नही दी गई.