सिवानः वैक्सीन लिए बिना सर्टिफिकेट जारी होने का मामला रुकने का नाम नहीं ले रहा है. लगातार इस सिस्टम को ठीक करने का स्वास्थ्य विभाग दावा करता है इसके बावजूद सच्चाई क्या है वह सामने है. ताजा मामला बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के गृह जिले सिवान का है, जहां कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज लिए बिना ही एक वृद्ध को सर्टिफिकेट जारी कर दिया गया है. हालांकि यह कोई पहला मामला नहीं है. इसके पहले भी कई जिलों से ऐसी खबरें आती रही हैं.


बताया जाता है कि सिवान के जीरादेई प्रखंड की बढ़ेया पंचायत के भैसाखाल के रहने वाले 61 वर्षीय भूपेंद्र सिंह ने ढाई महीने पहले वैक्सीन की पहली डोज ली थी. दूसरी डोज के लिए उनके बेटे धर्मेंद्र सिंह ने आठ जुलाई की सुबह 10 बजे  स्लॉट बुक कराया था. उन्हें वैक्सीनेशन के लिए जीरादेई मध्य विद्यायल स्थित सेंटर पर आठ जुलाई को ही दोपहर दो से चार बजे तक का समय दिया गया.


 लाइन में वैक्सीन लेने के लिए अभी खड़ा ही था वृद्ध


टीकाकरण के लिए भूपेंद्र सिंह अपने बड़े बेटे मुकेश कुमार सिंह के साथ सेंटर पर लाइन में लगे ही थे कि मोबाइल नंबर पर मैसेज आया कि उनका वैक्सीनेशन हो गया जबकि उनका वैक्सीनेशन हुआ ही नहीं था. बिना वैक्सीन के सर्टिफिकेट मिल जाने के बाद थोड़ी देर के लिए अफरातफरी मच गई.


वहीं इस मामले पर जीरादेई पीएचसी के डॉक्टर अरुण कुमार ने विभाग की गलती बताई. कहा कि गलती हुई है. इसकी जांच कराई जाएगी कि कहां से गड़बड़ी हुई है. मामले की गंभीरता से जांचकर दोषियों पर कारवाई की जाएगी.


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