गोपालगंज: बिहार के गोपालगंज जिले में आईएसओ प्रमाणित मॉडल सदर अस्पताल में स्वास्थ्य व्यवस्था जुगाड़ के भरोसे चल रही है. हैरान करने वाली तस्वीर गोपालगंज सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड की है. यहां बुधवार की सुबह अचानक से बिजली गुल हो गई. इसके बाद करीब दो घंटे तक अंधेरे में अस्पताल डूबा रहा. लिहाजा इमरजेंसी वार्ड में भर्ती होने वाले मरीजों का इलाज फ्लैश की रोशनी में किया गया. काकड़कुंड गांव के रहने वाले टीबी के मरीज अनिल राम की बीमारी बढ़ने पर परिजन इलाज के लिए इमरजेंसी वार्ड में पहुंचे थे, जहां बिजली नहीं थी. ऐसे में अंधेरे में मोबाइल की फ्लैश जलाकर इंजेक्शन दिया जा रहा है. वहीं, जिस वार्ड में मरीज को भर्ती किया गया है, वहां छत से बारिश का पानी भी टपक रहा था. काफी परेशानियों के बीच इलाज चल रहा था.
मोबाइल का फ्लैश जलाकर इंजेक्शन दिया
वहीं, हसनपुर गांव की रहने वाली बुधा देवी को सांस लेने में दिक्कत होने पर परिवार के लोगों ने इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया, जहां अंधेरे में महिला का इलाज किया जा रहा. सांस लेने में दिक्कत हो रही इस महिला के चेहरे पर ऑक्सीजन मास्क भी लगा है, लेकिन बिजली की सप्लाई नहीं होने से ऑक्सीजन कंसटेटर मशीन को बंद कर सिलेंडर से ऑक्सीजन चढ़ाया जा रहा है. वहीं, सरेया मोहल्ले की कनीज फातमा को हाथ टूटने के बाद इमरजेंसी वार्ड में लाया गया, जहां अंधेरे में ही मोबाइल का फ्लैश जलाकर इंजेक्शन दिया गया.
सवाल पूछने पर डॉक्टर ने कही ये बात
बता दें कि मॉडल सदर अस्पताल में विशेष परिस्थिति के लिए इनवर्टर भी रखा गया है, लेकिन वह भी महीनों से खराब पड़ा है. अब सवाल है कि सदर अस्पताल की व्यवस्था किसके भरोसे है. इस संबंध में इमरजेंसी वार्ड में ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर का कहना है कि अचानक ट्रक आ जाने की वजह से बिजली का तार टूटकर गिर गया. उच्च अधिकारियों को इसकी सूचना दी गई है. बिजली मिस्त्री के आने के बाद चालू करा दिया जाएगा. डॉक्टर का ये भी कहना है कि इनवर्टर है, लेकिन अचानक वह भी खराब हो गया है.
बताया जा रहा है बारिश होने की वजह से अस्पताल का इमरजेंसी पावर लाइट सिस्टम खराब है. बार-बार इसकी मरम्मत कराई जा रही है. बावजूद इसके ऐन वक्त पर कभी तार टूट जाता है तो कभी यह काम करना बंद कर दे रहा है. इससे मरीजों के साथ-साथ चिकित्सकों और स्वास्थ्यकर्मियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
यह भी पढ़ें -