गया: प्रदेश में गर्मी से लोगों का हाल बेहाल है. बिहार के गया में तो 43 डिग्री तक पारा पहुंच गया है. सुबह 10 बजते ही चेहरे को झुलसा देने वाली धूप और गर्म हवा के कारण लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया है. गया जिले में लगातार 10 दिनों से पारा चढ़ रहा है. सोमवार (17 अप्रैल) का दिन इस साल का सबसे गर्म रहा. सोमवार को अधिकतम तापमान 43 डिग्री और न्यूनतम तापमान 23 डिग्री रहा. आज मंगलवार को भी अधिकतम तामपान 43 डिग्री तक पहुंचने की संभावना है. 12 बजे तक 42 डिग्री तक तापमान पहुंच गया था. इसको देखते हुए स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट मोड पर है.
जिले में बढ़ती भीषण गर्मी और हीट स्ट्रोक की आशंका को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट है. प्रशासनिक स्तर से भी तैयारी पूरी कर ली गई है. सिविल सर्जन डॉ. रंजन कुमार सिंह ने बताया कि भीषण गर्मी को देखते हुए अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल के प्री फेब्रिकेटेड वार्ड में 25 बेड, अनुमंडलीय अस्पतालों में 10–10, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में 5–5 और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में 2–2 बेड को सुरक्षित रखा गया है.
जानें क्या है लू से बचाव के उपाय
जिला पदाधिकारी गया डॉ. त्यागराजन एसएम ने जिले वासियों से अपील की है कि आपदा विभाग द्वारा जारी एडवाइजरी और नीचे बताए गए उपायों का पालन कर गर्म हवाओं और लू के बुरे प्रभाव से बचें. बिना जरूरी कार्यों के घर से बाहर न निकलें. धूप में निकलने के दौरान अपने माथे पर तौलिया या टोपी अनिवार्य रूप से पहनें.
- जितनी बार हो सके पानी पिएं, बार-बार पानी पिएं.
- सफर में अपने साथ पीने का पानी हमेशा रखें.
- जब भी बाहर धूप में जाएं तो कोशिश करें हल्के रंग के ढीले ढाले एवं सूती कपड़े पहनें. धूप के चश्मे का इस्तेमाल करें. गमछे या टोपी से अपने सिर को ढक के रखें. हमेशा जूता या चप्पल पहनें.
- हल्का भोजन करें, अधिक पानी की मात्रा वाले मौसमी फल जैसे- तरबूज, खीरा, ककड़ी, खरबूजा, संतरा आदि का अधिक सेवन करें.
- घर में बने पेय पदार्थ जैसे लस्सी, नमक-चीनी का घोल, छाछ, नींबू-पानी, आम का पन्ना इत्यादि का नियमित सेवन करें.
- अपने दैनिक भोजन में कच्चा प्याज, सत्तू, पुदीना, सौंफ तथा खस को भी शामिल करें.
- स्थानीय मौसम के पूर्वानुमान और आगामी तापमान के परिवर्तन के बारे में विभिन्न विश्वसनीय सूत्रों से लगातार जानकारियां लेते रहें.
- अगर तबीयत ठीक न लगे या चक्कर आए तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
क्या न करें?
- जहां तक संभव हो कड़ी धूप में बाहर न निकलें.
- अधिक तापमान में बहुत अधिक शारीरिक श्रम न करें.
- चाय, कॉफी जैसे गर्म पेय तथा जर्दा तंबाकू आदि मादक पदार्थों का सेवन कम से कम अथवा न करें.
- ज्यादा प्रोटीन वाले भोजन जैसे- मांस, अंडा व सूखे मेवे, जो शारीरिक ताप को बढ़ाते हैं, इसका सेवन कम करें अथवा न करें.
- यदि व्यक्ति गर्मी या लू के कारण उल्टियां करे या बेहोश हो तो उसे कुछ भी खाने-पीने को न दें.
- बच्चों को बंद वाहनों में अकेला न छोड़ें.
लू लगने पर क्या करें?
- लू लगे व्यक्ति को छांव में लिटा दें. अगर उसके शरीर पर टाइट कपड़े हों तो उन्हें ढीला कर दें अथवा हटा दें.
- लू लगे व्यक्ति का शरीर ठंडे गीले कपड़े से पोछें या ठंडे पानी से नहलाएं.
- उसके शरीर के तापमान को कम करने के लिए कूलर, पंखे आदि का प्रयोग करें.
- उसके गर्दन, पेट एवं सिर पर बार-बार गीला तथा ठंडा कपड़ा रखें.
- उस व्यक्ति को ओआरएस/नींबू-पानी, नमक चीनी का घोल, छाछ या शरबत पीने को दें जो शरीर में जल की मात्रा को बढ़ा सके.
- लू लगे व्यक्ति की हालत में यदि एक घंटे तक सुधार न हो तो उसे तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र ले जाएं.
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