Bihar Hooch Tragedy: बिहार स्थित छपरा में कथित तौर पर जहरीली शराब पीने के मामले में मरने वालों की संख्या 84 हो गई है. इस बीच छपरा के पुलिस अधीक्षक ने सख्त एक्शन लेते हुए इसुआपुर थानाध्यक्ष संजय राम, चौकीदार हरि राय, दफादार कृष्षा सिंह और मशरख थाना के चौकीदार रामनाथ मांझी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. वहीं मशरख थानाध्यक्ष एवं एक अन्य चौकीदार को पहले ही निलंबित किया जा चुका है. इसके अलावा साथ ही कई अन्य पुलिस पदाधिकारियों और कर्मियों की गतिविधि पर सघन जांच की जा रही है.
एसआईटी टीम ने शराब माफिया अनिल सिंह की भी गिरफ्तारी
इससे पहले कांड की जांच के लिए बनी एसआईटी टीम ने शराब माफिया अनिल सिंह को गिरफ्तारी किया है. वहीं ऑपरेशन क्लीन के अंतर्गत 271 शराब कारोबारियों को गिरफ्तार किया. इसके अलावा अब तक 6,335 लीटर शराब और 21 वाहनों को जब्त किया है. ऑपरेशन क्लीन के अंतर्गत 271 शराब कारोबारियों को गिरफ्तार किया गया है. वहीं अब तक 6335 लीटर शराब और 21 वाहनों को जब्त किया गया.
एनएचआरसी ने घटनास्थल पर जांच दल भेजने का किया फैसला
वहीं एनएचआरसी ने बिहार में जहरीली शराब पीने से कई लोगों की मौत से संबंधित मामले की जांच के लिए अपने एक सदस्य की अध्यक्षता में घटनास्थल पर जांच दल भेजने का फैसला किया है. अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी. सारण जिले में जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या शुक्रवार को बढ़कर 30 हो गई.
ये छह साल पहले बिहार में शराबबंदी लागू होने के बाद से अब तक की इस तरह की सबसे बड़ी घटना है. एनएचआरसी ने एक बयान में कहा कि बिहार में जहरीली शराब से और लोगों की मौत होने से संबंधित खबरों के बीच आयोग ने “अपने एक सदस्य की अध्यक्षता में एक टीम जांच के लिए घटनास्थल पर भेजने का फैसला किया है.”