Ground Report: सीवान में 20 रुपये में मिलता है मौत का 'सामान', किसी ने खोया बेटा तो किसी ने पति, अब तक 7 मौतें
Siwan Hooch Tragedy: घटना लकड़ी नबीगंज थाना क्षेत्र के बाला गांव की है. ग्राउंड पर रिपोर्ट जानने के लिए टीम पहुंची तो मातम पसरा था. परिजन ही खुद सच्चाई बताने लगे.
सीवान: बिहार के सीवान में 20 रुपये में मौत का सामान बांटा जा रहा है. एक तरफ पूर्ण रूप से शराबबंदी है तो वहीं दूसरी ओर धंधेबाजों का रैकेट जारी है. सीवान में रविवार से सोमवार दोपहर तक सात लोगों की मौत हो गई है. घटना लकड़ी नबीगंज थाना क्षेत्र के बाला गांव की है. घटना के बाद ग्राउंड पर हकीकत जानने के लिए एबीपी न्यूज़ की टीम गांव पहुंचीं. यहां चीख पुकार मची थी. किसी ने पति को खो दिया तो किसी ने अपने बेटे को खो दिया है.
एबीपी न्यूज़ की टीम पहुंची तो सड़क किनारे हजारों की संख्या में शराब की खाली पाउच पड़ी थी. शराब पीकर सड़क किनारे फेंकी गई थी. लोगों ने बताया कि पाउच वाली शराब की कीमत 20 रुपये है. बाला गांव के एक खेत में पहुंचने पर पता चला कि यहां शराब की बिक्री होती है. इसी खेत में लोग 20 रुपये वाली पाउच खरीदकर पीते हैं. ग्रामीणों ने हाथ में पाउच लेकर कहा कि इसी खेत में शराब बेची जाती है और लोग यहीं पीते हैं. दो साल से यह हो रहा है. पुलिस से कई बार शिकायत की गई लेकिन उनकी मिलीभगत से ही शराब बेची जाती है.
घर वालों का रो-रोकर बुरा हाल
एबीपी न्यूज़ की टीम मृतक धुरेंद्र मांझी के घर पहुंची. जहरीली शराब से मौत की बात कही जा रही है. मौत के बाद उनकी दो छोटी बेटियों और पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल था. बेटी ने पिता के आधार की तस्वीर दिखाई. पत्नी ने कहा कि वह मजदूर थे. रविवार को शराब पीकर आए थे. दिखना बंद हो गया. अस्पताल ले गए तब तक मौत हो गई. शराब पीने के लिए कई बार मना किया था लेकिन बात नहीं सुनते थे. पत्नी ने कहा कि सरकार मदद करे. पांच लाख मुआवजा दे. घर में वही एक कमाने वाले थे.
वहीं मृतक जितेंद्र मांझी के घर भी कुछ ऐसा ही दृश्य था. मां, भाई, बहन और अन्य परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था. जितेंद्र मांझी भी मजदूर थे. भाई ने कहा कि शराब से मौत हुई है. मना करने के बाद भी शराब पीते थे. बहन ने कहा कि खेत में शराब बिकती है. पुलिस बेचवाती है. दो लाख मुआवजा मिलना चाहिए. हमारे घर में वही कमाने वाले थे. मां ने बेटे की तस्वीर दिखाते हुए कहा कि कल शराब पीकर आया था. आंख से दिखना बंद हो गया था. अस्पताल में मौत हो गई.
मृतक राजू मांझी के यहां भी चीख पुकार मची थी. बहन ने कहा कि उसका भाई मजदूर था. शराब से मौत हुई है. पुलिस वालों की मिलीभगत से शराब बिकती है. मां ने कहा कि गांव के खेत में शराब बिकता है. पुलिस कुछ नहीं करती है.
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