Rajiv Ranjan On Deaths Due To Poisonous Liquor: बिहार में एक बार फिर तीन जिलों में जहरीली शराब का कहर देखने को मिला है. जहरीली शराब के चलते कई परिवार उजड़ चुके हैं. विपक्ष सरकार पर हमलावर है, जबकि सरकार की तरफ से लगातार यही कहा जा रहा है कि शराबबंदी बिहार में पूरी तरह सफल है. कुछ एक घटनाएं अगर होती हैं तो वहां पर कार्रवाई की जाती है और इस बार भी ऐसा ही होगा. हालांकि पूरे मामले पर जेडीयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने गुरुवार (17 अक्टूबर) को कहा कि यह दुखद घटना है, लेकिन हम भरोसा दिलाते हैं कि जो भी दोषी हैं, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
राजीव रंजन ने आरजेडी पर निकाली भड़ास
राजीव रंजन ने कहा कि शराबबंदी का फैसला किसी एक राजनीतिक दल का नहीं बल्कि सबने साथ में मिलकर किया था, लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि आरजेडी के नेता इस पर राजनीति कर रहे हैं. जेडीयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने आरोप लगाते हुए कहा कि शराब कंपनियों से सबसे ज्यादा चंदा आरजेडी को मिलता है और शायद इसी वजह से वह शराबबंदी के ऊपर इस तरह से सवाल उठा रहे हैं.
हालांकि सरकार जो भी कहे यह एक सच्चाई है कि बिहार में भले ही कहने को शराबबंदी हो, लेकिन उसके बावजूद साल भर में जहरीली शराब के चलते कई परिवार उजड़ रहे हैं. हर बार कार्रवाई कि बात ज़रूर होती है, लेकिन फिर कुछ महीनों में वैसी ही घटना सामने आ जाती है. हालांकि गुरुवार को हुई घटना के बाद मद्य निषेध मंत्री रत्नेश सदा ने कहा कि अब सभी शराब माफियाओं पर सीसीए लगाया जाएगा. उन्होंने कहा कि वे खुद इस बारे में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बात करेंगे. हालांकि, इतनी मौतों के बाद भी मंत्री यह नहीं मान रहे हैं कि यह प्रशासनिक विफलता है.
जहरीली शराब से अब तक 27 लोगों की मौत
आपको बता दें कि सरकारी आंकड़ों के मुताबिक जहरीली शराब पीने से सिवान, छपरा और गोपालगंज में कुल 27 लोगों की मौत हो गई है. जबकि तीनों जगहों पर करीब 25 लोगों का इलाज चल रहा है. मरने वालों में गोपालगंज के दो, छपरा के पांच और सिवान के 20 लोग शामिल हैं. कई लोगों की आंखों की रोशनी भी चली गई है. पीड़ितों का इलाज स्थानीय अस्पताल और गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में चल रहा है. कुछ लोगों को पीएमसीएच भी भेजा गया है. वहीं विपक्ष पूरी तरह से सरकार पर हमलावर है.
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