(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Bihar Hooch Tragedy: छपरा, सीवान के बाद गोपालगंज में भी जहरीली शराबकांड, दो की मौत, एक ने खोई आखों की रोशनी, कई लोग भर्ती
Hooch Tragedy: मरने से पहले लालदेव मांझी ने बताया कि उसने बुधवार की शाम बंधौली गांव में बेटे के साथ शराब का सेवन किया था. शराब का सेवन करने के बाद हालत बिगड़ने लगी. सीने और सिर में तेज दर्द होने लगा.
Poisonous Liquor In Gopalganj: छपरा और सीवान के बाद गोपालगंज में भी जहरीली शराब कांड ने दस्तक दे दी है. गुरुवार (17 अक्टूबर) को शराब पीने से पिता की मौत हो गई, जबकि बेटा की हालत गंभीर बनी हुई है. उसे मेडिकल कॉलेज गोरखपुर रेफर किया गया है. मृतक की पहचान 60 वर्षीय लालदेव मांझी के रूप में की गई, जो बैकुंठपुर थाना क्षेत्र के उसरी गांव के रहने वाले थे. वहीं, इनके पुत्र प्रदीप कुमार को बेहतर इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज गोरखपुर रेफर किया गया है. एक अन्य व्यक्ति की मौत इलाज के दौरान पटना में हुई है, जबकि सदर अस्पताल में सीवान के बलथरा गांव के रहने वाले पवन राम और उनके दोस्त अजय कुमार का भी इलाज चल रहा है. गोपालगंज एसपी ने दो लोगोंं की मौत की पुष्टी की है.
मरने से पहले पीड़ित ने क्या बताया?
मरने से पहले लालदेव मांझी ने इलाज के दौरान सदर अस्पताल में मीडिया को बताया कि उसने पशुओं को लेकर लौटने के दौरान बुधवार की शाम बंधौली गांव में बेटे के साथ शराब का सेवन किया था. शराब का सेवन करने के बाद हालत बिगड़ने लगी और सीने के साथ-साथ सिर में तेज दर्द होने लगा. गुरुवार की सुबह में दोनों के आंखों की रोशनी जाने लगी. तब परिजनों ने आनन-फानन में इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया. अस्पताल के चिकितक डॉ शिव शंकर ने दोनों की स्थिति को गंभीर बताते हुए बेहरत इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया.
डॉक्टर ने कहा कि शराब का सेवन करने की बात दोनों पिता-पुत्र ने कही, इसके बाद अल्कोहल का इलाज किया गया और पुलिस को इसके बारे में जानकारी दी गई. इधर, घटना के बाद दोपहर में सदर एसडीपीओ-2 अभय रंजन ने प्रेस कांफ्रेंस किया है. एसडीपीओ ने कहा कि मशरक से पिता-पुत्र दोनों बुधवार की शाम लौटें हैं. एसडीपीओ ने कहा कि इनमें लालदेव मांझी की मौत हो गई है, जबकि उनका बेटा बीमार है. उन्होंने कहा कि दोनों का इलाज करनेवाले डॉक्टर की ओर से शराब पीने की रिपोर्ट दी गई है. मामले में पुलिस की ओर से जांच की जा रही है और शराब तस्करों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही है.
एसडीपीओ ने कहा कि लोगों को जागरूक करने के लिए इलाके में माइकिंग कराया जा रहा है, ताकि बीमार अन्य लोगों को इलाज मिल सके. एसडीपीओ ने मामले में प्राथमिकी दर्ज कर इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाने की बात कही है. लालदेव मांझी और प्रदीप मांझी को जब बैकुंठपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में लाया गया तो अफरा-तफरी मच गई. कुछ ही देर बाद सिधवलिया स्वास्थ्य केंद्र से सीवान के बसंतपुर इलाके के रहने वाले पवन राम को भी एंबुलेंस से लाया गया और बाद में कई और लोगों के बीमार होने की खबर मिली. एक के बाद एक बीमार लोगों के पहुंचने से अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई. एंबुलेंस को अलर्ट मोड में रखते हुए डॉक्टरों की टीम और स्वास्थ्य कर्मियों की संख्या बढ़ा दी गई है.
स्वास्थ्य टीम अलर्ट पर- सिविल सर्जन डॉ बीरेंद्र प्रसाद
सिविल सर्जन डॉ बीरेंद्र प्रसाद ने कहा कि स्वास्थ्य टीम अलर्ट है. किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है. वहीं नगर थाना क्षेत्र के खजुरबानी इलाके में पुलिस और उत्पाद टीम ने छापेमारी की. छापेमारी के दौरान झाड़ियों में छिपाकर रखे गए शराब को पुलिस ने शराब बरामद. खजुरबानी वही जगह है, जहां पर शराबबंदी कानून लागू होने के बाद पहली बार 15-16 अगस्त 2016 की रात में जहरीली शराबकांड हुआ था और 20 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी. पुलिस की छापेमारी में यहां चुलाई व देसी शराब मिली. अपर थानाध्यक्ष मंटू रजक के नेतृत्व में कई घंटे तक सर्च ऑपरेशन और छापेमारी चली. हालांकि शराब बरामदगी के बाद किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी.य