Bihar Hooch Tragedy: गोपालगंज में जेल से बाहर निकलने पर शराब माफिया ने की थी नशीली पार्टी, दोस्त संग गंवाई जान
Gopalganj News: बिहार के गोपालगंज में शराब माफिया लालदेव मांझी ने ही शराब मंगाई थी जो जहरीली निकली. शराब पीने से लालदेव और एक अन्य व्यक्ति की मौत हो गई.
Bihar Hooch Tragedy: शराबकांड में पुलिस की जांच में चौंकाने वाला मामला सामने आया है. गोपालगंज के बैकुंठपुर थाना क्षेत्र के उसरी गांव के रहने वाले लालदेव मांझी शराब माफिया था और पिछले साल जेल भी गया था. पुलिस की जांच में सामने आया है कि लालदेव ने ही शराब मंगाई थी और अपने बेटे के अलावा अन्य लोगों को पिलाई थी. शराब पार्टी करने के बाद लालदेव की मौत हो गई. उसके साथ शराब पीने वाले दूसरे शख्स लालबाबू राय ने भी इलाज के लिए पटना जाने के दौरान दम तोड़ दिया. गोपालगंज के एसपी अवधेश दीक्षित ने अब तक दो संदिग्ध लोगों की मौत होने की पुष्टि की है.
एसपी ने कहा कि लालदेव मांझी शराब तस्कर है और उसके यहां छापेमारी की गई तो शराब भी बरामद हुई, जिसे नष्ट कर दिया गया. पुलिस इलाके में सर्च ऑपरेशन चला रही है. वहीं, लालदेव मांझी के बेटे प्रदीप मांझी का गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है. प्रशासन बीमार लोगों को बेहतर इलाज मिले, इसकी लगातार मॉनिटरिंग कर रहा है.
शराबकांड की जांच के लिए एसआइटी की दो टीम गठित
शराबकांड मामले में जांच के लिए एसपी ने एसआइटी की दो टीमें गठित की है. एसपी ने बताया कि एसआइटी की एक टीम शराब तस्करों के ठिकानों पर छापेमारी कर रही है और उनकी गिरफ्तारी कर रही है. बैकुंठपुर, महम्मदपुर, सिधवलिया समेत अन्य इलाकों में शराब के संभावित ठिकानों पर छापेमारी चल रही है. वहीं, दूसरी टीम शराबकांड में जमानत पर जेल से बाहर निकले तस्करों की गतिविधियों की जांच कर रही है. एसपी ने कहा कि हम एक-एक बिंदु पर जांच कर रहे हैं, ताकि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जा सके. उन्होंने कहा कि पुलिस की ओर से अब तक पांच हजार लीटर से ज्यादा अर्धनिर्मित शराब को नष्ट किया जा चुका है और आधा दर्जन से अधिक धंधेबाजों को डिटेन किया गया है और उनसे पूछताछ चल रही है.
शराब पीने वालों से अपील, छिपाए नहीं, कराएं इलाज- एसपी
अवधेश दीक्षित ने शराब पीकर बीमार हुए लोगों से अपील करते हुए कहा कि यदि किसी व्यक्ति ने जहरीली शराब का सेवन किया है, तो उसे छिपाये नहीं, बाहर निकलकर अपना इलाज कराएं. उन्होंने कहा कि बीमार हुए लोगों को बेहतर इलाज मिले, प्रशासन की यह प्राथमिकता है. पुलिस पदाधिकारियों और मेडिकल टीम को भी इलाके में घर-घर लोगों से पूछताछ कर बीमार लोगों का इलाज कराने के लिए निर्देश दिया गया है.
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