Bihar: पटना यूनिवर्सिटी छात्रसंघ चुनाव के पहले पटना कॉलेज में भारी बवाल, छात्रों के बीच पथराव, पटाखे फोड़ कर फैलाई दहशत
Patna College Hungama: पटना यूनिवर्सिटी में छात्रसंघ के चुनाव की घोषणा होनी है. इसे लेकर मंगलवार शाम को कॉलेज में संवाददाता सम्मेलन का आयोजन होना है. इससे पहले छात्रों ने जमकर बवाल किया.
पटना: पटना यूनिवर्सिटी में छात्रसंघ के चुनाव (Patna University student Union Election) की घोषणा होनी है. इससे पहले मंगलवार को पटना कॉलेज (Patna College) में छात्रों के बीच जमकर हंगामा हुआ है. ये बवाल पटना कॉलेज के इकबाल हॉस्टल, जैक्सन हॉस्टल, मिंटो हॉस्टल और नदवी हॉस्टल के छात्रों के बीच हुआ. हंगामा इतना ज्यादा बढ़ गया कि सभी हॉस्टल के छात्र एक दूसरे पर जमकर पथराव करने लगे. पथराव में सभी हॉस्टल के कई छात्र चोटिल हो गए. कॉलेज में पथराव की सूचना पर पीरबहोर थाना की पुलिस सहित कई थानों की पुलिस पहुंची. पटना कॉलेज पुलिस छावनी में तब्दील हो गया. यहां दहशत फैलाने के लिए पटाखे भी फोड़े हैं.
कई थाना की पुलिस पहुंची और कई हॉस्टल के छात्र चोटिल
टाउन डीएसपी अशोक कुमार सिंह ने बताया कि छात्रों के बीच कुछ बात को लेकर विवाद हुआ. इसमें चारों हॉस्टल के छात्र शामिल थे. अशोक कुमार ने कहा कि सभी हॉस्टल के दो से तीन छात्र चोटिल हुए हैं. कुछ को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया .वहीं उन्होंने बमबारी की बात को गलत बताया, लेकिन उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि सुतली पटाखे फोड़े गए हैं. पटाखे की आवाज से दहशत फैलाने की कोशिश की गई. वहीं इकबाल हॉस्टल के एक घायल छात्र ने बताया कि हम लोग खड़े थे. इसी बीच दूसरे होटल के लोग पहुंचे और मारपीट शुरू की.
कॉलेज में आज चुनाव को लेकर होना है संवाददाता सम्मेलन
पटना कॉलेज के एक कर्मचारी ने गुप्त रूप से बताया कि मुख्य रूप से ये विवाद चुनाव को टालने के लिए दहशत फैलाने को लेकर किया गया है. कुछ दबंग छात्र नेता नहीं चाहते हैं कि चुनाव हो. इसको लेकर घटना को अंजाम दिया गया. फिलहाल हॉस्टल के सभी छात्रों में दहशत का माहौल है. पटना कॉलेज को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है. बता दें कि साल 2017 में छात्र संघ का चुनाव हुआ था. इसके बाद आज यानी मंगलवार को पटना यूनिवर्सिटी के कुलपति ने छात्र संघ के लिए संवाददाता सम्मेलन कराने की घोषणा की. शाम को संवाददाता सम्मेलन होना है. उससे पहले छात्रों के बीच पटना कॉलेज में हंगामा हुआ और छात्र नेता अपना वर्चस्व दिखाने लगे.