बिहारः जांच के लिए बेतिया मंडल कारा पहुंची मानवाधिकार आयोग की टीम, कैदियों ने लिखा था पत्र
बंदियों ने तत्कालीन मंडल कारा उपाधीक्षक व कक्षपाल पर दुर्व्यवहार करने, पैसे की उगाही के साथ-साथ जेल में अशांती फैलाने जैसे कई गंभीर आरोप लगाए थे. दो सदस्यीय टीम पहुंचने के बाद हड़कंप मच गया.
बेतियाः मंडल कारा में बंद कैदियों ने जेल प्रशासन के खिलाफ मानवाधिकार आयोग को शिकायत पत्र भेजा था जिसपर संज्ञान लिया गया है. बुधवार को मामले की जांच करने के लिए बिहार मानवाधिकार आयोग की दो सदस्यीय टीम बेतिया मंडल कारा पहुंची. टीम में मानवाधिकार आयोग के रजिस्ट्रार शैलेंद्र कुमार सिंह और मानवाधिकार आयोग के एसपी वकील अहमद शामिल हैं.
दरअसल, बंदियों ने तत्कालीन मंडल कारा उपाधीक्षक व कक्षपाल पर दुर्व्यवहार करने, पैसे की उगाही के साथ-साथ जेल में अशांती फैलाने जैसे कई गंभीर आरोप लगाए थे. इसी के आधार पर मानवाधिकार आयोग की दो सदस्यीय टीम जांच करने के लिए पहुंची हैं. मंडल कारा में बंद एक-एक कैदियों का बयान रिकॉर्ड किया जा रहा है जिसकी रिपोर्ट बिहार मानवाधिकार आयोग को सौंपी जाएगी.
दो सदस्यीय टीम पहुंचने के बाद मचा हड़कंप
हालांकि आरोपी जेल उपाधीक्षक संजय कुमार गुप्ता का तबादला हो चुका है, लेकिन बंदियों ने उनके खिलाफ कई संगीन आरोप लगाए हैं. इनमें तत्कालीन जेल उपाधीक्षक पर जेल के कक्षपालों से मिलकर अवैध उगाही करने, पैसा लेकर जेल के अंदर सामान पहुंचाने के साथ ही मुलाकातियों से पैसा लेने का भी आरोप लगाया है. बंदियों ने उपाधीक्षक व कक्षपालों पर मारपीट करने का भी आरोप लगाया गया है. दो सदस्यीय टीम पहुंचने के बाद हड़कंप मच गया.
इस संबंध में मानवाधिकार एसपी वकील अहमद ने बताया कि जेल कैदियों द्वारा एक पत्र भेजा गया था. इसमें बताया गया था कि जेल प्रशासन और कर्मचारियों की ओर से कैदियों के से साथ मारपीट और दुर्व्यवहार किया जाता है. उसी पत्र के आधार पर हमलोग जांच करने के लिए पहुंचे हैं.
(इनपुटः कैलाश कुमार)
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