अररिया: बिहार के अररिया जिले में बीते दिनों एक तस्वीर वायरल हुई थी. वायरल तस्वीर में बच्ची पीपीई किट पहन कर मां को दफन करती दिख रही थी. कोरोना की वजह से मां-पिता को खोने के बाद पैसे नहीं होने की वजह से अररिया के रानीगंज प्रखंड के मधुलता गांव की रहने वाली सोनी को अकेले ही मां का अंतिम संस्कार करना पड़ा था. उस वक्त ना ग्रामीणों ने उसका साथ दिया था और ना ही किसी परिजन ने. इस खबर ने देश भर में सुर्खियां बटोरी थीं.
खबरों में आने के बाद सोनी की मदद के लिए कई लोग आगे आए. बिहार सरकार की ओर से भी मदद की गई. ऐसे में पैसे आने के बाद सोनी ने बीते दिनों मां का ब्रह्मभोज किया. जिन ग्रामीणों ने मुश्किल वक्त में अनाथ बच्चों से मुंह फेर लिया था, वही ग्रामीण सैकड़ों की संख्या में भोज में शामिल हुए.
राशि मिलते ही घर पहुंचे लोग
इस संबंध में सोनी कुमारी ने बताया कि जैसे ही सहायता राशि मिली श्राद्धकर्म और भोज किया गया. इसके बाद बकाया वसूली के लिए उनके घर पर भीड़ लगने लगी. कर्ज लेकर माता-पिता का इलाज कराया गया था. कई दुकानों से भी उधार लिया गया था. ऐसे में जैसे ही सहायता राशि मिली सभी अपना बकाया मांगने पहुंच गए. सभी को पैसे दे दिए गए हैं.
मुखिया ने कही ये बात
इधर, रानीगंज के विशनपुर के मुखिया सरोज मेहता ने बताया कि वे खुद कोरोना से संक्रमित हैं. वहीं, गांव में दर्जनों लोग सर्दी-खांसी, बुखार और सांस फूलने की बीमारी से ग्रसित हैं. उन्होंने बताया कि कई बार स्वास्थ्य विभाग से गांव के लोगों की कोरोना जांच कराने की मांग की गई है, लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं है. कई संक्रमित पूर्णिया समेत दूसरे जगहों पर अपना इलाज करा रहे हैं.
गांव की उपमुखिया प्रतिनिधि लक्ष्मी पासवान ने बताया कि बीरेन्द्र मेहता और उसकी पत्नी समेत गांव में चार लोगों की मौत कोरोना संक्रमण के कारण हुई है. जबकि तीन बुजुर्गों की मौत सांस फूलने के कारण हुई है. बावजूद इसके कोरोना जांच और वैक्सीनेशन को लेकर गांव में सार्थक पहल स्वास्थ्य विभाग की ओर से नहीं की जा रही है.
बच्चों को योजना का मिलेगा लाभ
अररिया के अपर अनुमंडल पदाधिकारी राजू कुमार ने बताया कि रानीगंज के मधुलता गांव में वीरेंद्र महतो और प्रियंका देवी की मौत कोरोना के कारण हो गई थी. मृतक के तीन बच्चे हैं, जिसमें बड़ी बेटी सोनी कुमारी की उम्र 18 साल है. सोनी को छोड़कर दो-भाई बहन नाबालिग हैं. ऐसे में दोनों को परवरिश योजना का लाभ मिलेगा. अगले माह से दोनों को इस योजना से दो-दो हजार रुपये दिए जाएंगे.
यह भी पढ़ें -
Bihar Lockdown: दिखने लगा लॉकडाउन का असर, कोरोना संक्रमण दर में 13% से ज्यादा की गिरावट
बिहारः इश्क ने फंसाया तो ग्रामीणों ने ‘बसाया’, फिर गांव से कर दिया तड़ीपार; जानें पूरा मामला