नालंदा: बिहार के नालंदा जिले के परवलपुर प्रखंड के पिलिछ गांव में शनिवार को माघी पूर्णिमा के मौके पर आयोजित पूजा का प्रसाद खाने के बाद गांव के सैंकड़ों लोग बीमार हो गए हैं. दस्त और पेट दर्द की शिकायत के बाद गांव के लोग ग्रामीण प्रैक्टिशनर के यहां इलाज कराने पहुंचे. इधर, घटना की सूचना पाकर पीएचसी से गांव पहुंची मेडिकल की टीम बीमार लोगों के इलाज में जुट गयी है. मेडिकल टीम के मुताबिक फूड पॉइजनिंग के कारण लोगों की तबीयत खराब हुई है.


देर रात बिगड़ने लगी लोगों की तबीयत


इस संबंध में ग्रामीणों ने बताया कि हर साल की तरहइस बार भी शनिवार को माघी पूर्णिमा के मौके पर देवीस्थान में महिलाओं ने पूजा और कीर्तन का आयोजन किया था. पूजा खत्म होने के बाद चार बजे के करीब प्रसाद का वितरण किया गया. तबतक स्थिति सामान्य थी. लेकिन रात दस बजे के बाद अचानक कई लोगों को उल्टी, दस्त और पेट दर्द की शिकायत शुरू हो गयी.


डेढ़ सौ से भी अधिक मरीज पहुंचे क्लीनिक


ग्रामीणों की मानें तो तबीयत बिगड़ने के बाद कई ग्रामीण दवा लेने गांव के प्रैक्टिशनर के पास पहुंचे. देखते ही देखते एक के बाद एक कई मरीज वहां पहुंचने लगे. ग्रामीण प्रैक्टिशनर विजय सिंह और मणिकांत पांडेय की मानें तो दोनों क्लीनिक में डेढ़ सौ से भी अधिक मरीजों का इलाज किया गया है. सुबह भी कई लोग दस्त और उल्टी की शिकायत लेकर उनके पास पहुंचे.


हालांकि, बाद में ग्रामीणों ने बिहारशरीफ के सिविल सर्जन को इसकी सूचना दी, जिसके बाद मेडिकल की टीम ने गांव पहुंचकर सभी को दवा उपलब्ध कराया. फिलहाल कुछ लोगों को छोड़कर बाकी सब की स्थिति सामान्य है.


फ़ूड पॉइजनिंग की आशंका जता रहे डॉक्टर


मेडिकल टीम में शामिल डॉक्टर सुशांत ने बताया कि पहली नजर में यह घटना प्रसाद में शामिल खाद्य पदार्थों से हुई फ़ूड पॉइज़निंग का लगता है. प्रसाद में शामिल पानी, दूध, गंगाजल, शहद, घी या अन्य सामग्रियों में से किसी के इन्फेक्शन के कारण इतने बड़े पैमाने पर लोगों की तबीयत खराब हुई है.