रोहतास: जिले में हथिनी पंचायत की नौवीं कक्षा की छात्रा काजल को ग्राम सभा के द्वारा वर्तमान मुखिया की सहमति से तीन दिनों के लिए पंचायत का मुखिया बनाया गया है. काजल पंचायत के विकास के नीतिगत फैसले ले सकती हैं. यह मुखिया सिर्फ नाम की नहीं है. ये गांवो में घूमती हैं और सरकारी योजनाओं की जांच भी कर रही है. इसके पीछे भी एक कहानी है कि आखिर इतनी छोटी लड़की को गांव की पंचायत की जिम्मेदारी कुछ समय के लिए क्यों सौंपी गई है.


गणतंत्र दिवस पर रखी प्रतियोगिता में अव्वल काजल को इनाम


गणतंत्र दिवस के उपलक्ष पर 26 जनवरी को हथिनी पंचायत में छात्र-छात्राओं के लिए एक सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. पुरस्कार रखा गया कि जो छात्र या छात्रा इस परीक्षा में अव्वल होंगे उन्हें ग्राम सभा द्वारा वर्तमान मुखिया की सहमति से तीन दिनों के लिए पंचायत की मानक मुखिया बनाया जाएगा. निर्णय लिया गया कि जो भी नीतिगत फैसले वह लेंगे, उसे ग्रामसभा सर्वसम्मति से पारित करेगी. हथिनी पंचायत के मुखिया दयानंद सिंह के देखरेख में हथिनी के उच्चतर उत्क्रमित उच्च विद्यालय में पंचायत भर के इच्छुक छात्र-छात्राएं इस परीक्षा में शामिल हुए.


इसमें सबसे अधिक अंक लाकर काजल कुमारी अव्वल रही जिसके बाद वर्तमान मुखिया ने तीन दिनों के लिए काजल को अपनी कुर्सी सौंपी. साथ ही पूरे गांव ने काजल का स्वागत किया. बड़ी बात यह है कि वर्तमान मुखिया ने अपनी नेम-प्लेट लगी स्कॉर्पियो गाड़ी भी तीन दिनों के लिए काजल कुमारी को दे दी है. ताकि वे पंचायत की विभिन्न गांव में घूम कर सरकारी योजनाओं की जांच कर सके.


काजल हुई काफी खुश


काजल कहती है कि जब उसे तीन दिनों के लिए मुखिया बनाया गया तो वह काफी खुश हुई और पंचायत की जो मूल समस्याएं हैं  वे उसे दूर करने की कोशिश कर रही. खासकर प्रदूषण, गंदगी और विद्यालय में छात्र-छात्रा, शिक्षकों की उपस्थिति पर ध्यान देंगी. बड़ी बात यह है कि प्रतियोगिता परीक्षा में दूसरे और तीसरे स्थान पर आने वाले बच्चों को मुखिया के कैबिनेट में शामिल किया गया है. जो मुखिया के साथ ही रहेंगे.


वर्तमान मुखिया कैबिनेट में भी शामिल बच्चे


हथिनी के वर्तमान मुखिया दयानंद सिंह कहते हैं कि ग्रामीणों के राय विचार के बाद बच्चों के हौसले बढ़ाने के उद्देश्य से ग्रामीणों का यह फैसला है. इन तीन दिनों में काजल पंचायत की विभिन्न गांव का दौरा करेंगे. साथ ही आंगनबाड़ी जन वितरण प्रणाली विद्यालयों के अलावे गांव की सफाई का जायजा लेंगे. उनके द्वारा पंचायत में जो भी नीतिगत फैसले लिए जाएंगे ग्रामसभा उसे पारित करेगी. 


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