पटना: बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए और महागठबंधन के बीच की कड़ी टक्कर में बीजेपी और आरजेडी का नेक टू नेक मुकाबला रहा. हार कर भी सबसे बड़ी जीत हासिल करने वाली पार्टी आरजेडी  75 सीटों पर जीती तो बीजेपी ने 74 सीटों पर अपना कब्जा जमाया.इन परिणामों से एक बात तो साफ हो गई कि बीजेपी की पकड़ अभी शहरी इलाकों में ज्यादा बनी हुई है जीती हुई सीटों में पार्टी को उन इलाकों पर अधिक जीत मिली है जो शहरी और अर्ध शहरी इलाकों में आते हैं, लगभग 6 दर्जन से ज्यादा सीटों पर जीत हासिल करने वाली बीजेपी ने शहरी क्षेत्र को अपनी परंपरागत सीटों पर कब्जा जमाने में एक बार फिर सफलता दिखाती है इसके ठीक विपरीत आरजेडी ने जिन सीटों पर जीत हासिल की है वो ग्रामीण इलाकों से जुड़े हुए सीट हैं. इस चुनाव में बीजेपी 110 सीटों पर चुनावी मैदान में थी.इसके पीछे पार्टी की सोच थी बीजेपी के कोर वोटर सवर्ण या वैश्य समुदाय जो इन क्षेत्रों में रहते हैं और उनके वोटों से पार्टी को फायदा मिलेगा और हुआ भी यही पार्टी को अपनी इस रणनीति का फायदा मिला. राजधानी पटना की अगर बात करें तो शहर के चारों सीटों पर कुम्हरार,दीघा,बांकीपुर,पटना साहिब  पर बीजेपी ने कब्जा कर लिया है इसी तरह बांका,कटोरिया,चनपटिया,बेतिया,गोविंदगज, गोपालगंज,गोरिया कोठी,दरौली,दरौंधा,बिस्फी,तरैया,बाढ़,बेगूसराय, में बीजेपी ने अपनी बढ़त बना ली. चिरैया बेनीपट्टी रीगा बथनाहा छातापुर औराई जाले केवटी जैसी अर्ध शहरी सीटें भी बीजेपी के खाते में आ गई वहीं दूसरी ओर आरजेडी ने उन सीटों पर कब्जा जमाया जो ग्रामीण इलाकों से जुड़ी हैं दरअसल आरजेडी ने सीटों के चयन में उन सीटों को प्राथमिकता दी थी जो ग्रामीण इलाकों से जुड़ी हुई थी ग्रामीण इलाकों में राजद का कोर वोटर मुस्लिम बैंक और यादवों का दबदबा अधिक था राजद को इस रणनीति को लाभ मिला और पार्टी ने पूर्व की तरह अपनी बढ़त बना ली मसलन राजधानी के शहरी इलाकों की सीटों पर बीजेपी ने कब्जा जमाया तो दूसरी ओर पटना के ग्रामीण इलाकों वाली विधानसभा सीटों में मोकामा दानापुर बख्तियारपुर फतुहा जैसी सीटों पर आरजेडी ने कब्जा जमा लिया इसी तरह बख्तियारपुर,मोकामा, दानापुर, रामगढ़, दरभंगा, शाहपुर, भभुआ, धोरैया, नोखा, ओबरा, बेलागंज,अतरी जैसी सीटों पर आरजेडी ने कब्जा जमा लिया.वहीं अगर जेडीयू के प्रदर्शन शहरी इलाकों के साथ ही अर्धशहरी और ग्रामीण इलाकों में भी बेहतर रहा. जेडीयू के परिणाम से यह साफ हो गया कि उसकी पकड़ समान रूप से शहरी अर्धशहरी और ग्रामीण इलाकों में भी है पार्टी के खाते में जो सीटें आई उनमें बेलहर, कुशेश्वरस्थान, सुपौल, बहादुरपुर, हरनौत, हरलाखी, आलमनगर, बाल्मिकीनगर, अमरपुर, धमदाहा, रुपौली, फुलपरास, बाबूबरही, सुल्तानगंज, नालंदा जैसी सीटें शामिल है ये वो सीटे है जो शहरी के साथ ही ग्रामीण इलाकों से जुड़ी हुई है.