बेतिया: बिहार में मॉनसून की पहली ही बारिश ने राज्य के बाढ़ से प्रभावित होने वाले जिलों में अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है. बारिश की वजह से नदियां उफान पर हैं. वहीं, कई जगह नदियों ने अपना प्रलयंकारी रूप दिखाना शुरू कर दिया है. सूबे के पश्चिम चंपारण में लगातार हो रही बारिश के कारण सिकराहना नदी उफान पर है. इस वजह से मुख्य सड़क पर करीब 2 से 3 फीट तक पानी चढ़ गया है.  


तेज बहाव के कारण डायवर्सन हुआ ध्वस्त


वहीं, तेज बहाव की वजह से जिले के लौरिया स्थित अशोक स्तंभ के समीप डायवर्सन ध्वस्त हो गया. नतीजतन लौरिया-नरकटियागंज मुख्य मार्ग पर आवागमन पूरी तरह से ठप हो गया है. गौरतलब है कि पिछले 48 घंटे से भी अधिक समय से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के कारण सिकराहना नदी का जलस्तर बढ़ गया है. 


बाढ़ जैसे हालात हुए उतपन्न


जलस्तर बढ़ने की वजह से लौरिया के नन्दनगढ़ स्थित स्टेडियम समेत अन्य सरकारी कार्यालयों में पानी प्रवेश कर गया है. वहीं, आस-पास के गांवों और खेतों में बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न होने की वजह से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. इधर, बाढ़ के पानी में एक कार अचानक बह गया. हालांकि, कार सवार दो लोगों का प्रशासन की टीम ने ग्रामीणों की सहयोग से सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया.


वहीं, एनएच-727 बेतिया-गोरखपुर मुख्य सड़क पर भी बाढ़ का पानी चढ़ रहा है. लौरिया के पास एनएच पर करीब दो फीट तक पानी बह रहा है. गांव से शहर तक चारों ओर पूरा इलाका जलमग्न हो गया है. बचाव कार्य को लेकर सरकारी और प्रशासनिक स्तर से कुछ खास काम नहीं किया जा रहा है. ऐसे में ग्रामीण सड़क पर बैरियर लगाकर जल्द कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.


इनपुट-  कैलाश कुमार


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