Rupauli Shankar Singh: ना नीतीश कुमार ना लालू यादव... दो की लड़ाई में तीसरे ने दिया झटका, जानिए कौन है शंकर सिंह?
Rupauli Bypolls Result 2024: रुपौली विधानसभा के रिजल्ट से यह साफ हो गया है कि क्षेत्र की जनता ने किसी भी दल पर विश्वास नहीं जताया ह निर्दलीय को अपना विधायक बनाना उचित समझा है.
Rupauli Bypolls Result 2024: पूर्णिया जिले के रुपौली विधानसभा क्षेत्र का उपचुनाव का मतगणना अब खत्म हो चुका है और इस चुनाव के परिणाम काफी चौंकाने वाले आए हैं .इसमें बिहार के दिग्गज पार्टी आरजेडी और जेडीयू दोनों को निर्दलीय ने पीछे कर दिया है. कहा जाए तो दिगज्ज नेता लालू प्रसाद यादव और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दोनों के प्रत्याशी को निर्दलीय ने पछाड़ दिया है. यहां से निर्दलीय प्रत्याशी शंकर सिंह 8204 मतों से चुनाव जीत गए हैं.
तीसरे नंबर पर आ गईं बीमा भारती
शंकर सिंह को 67782 मत प्राप्त हुए हैं, जबकि दूसरे नंबर पर उनके निकटतम प्रतिद्वंदी जेडीयू प्रत्याशी कलाधर प्रसाद मंडल को 59578 वोट मिले हैं तो वहीं राष्ट्रीय जनता दल की प्रत्याशी और लगातार रुपौली विधानसभा से पांच बार विधायक रही बीमा भारतीय तीसरे नंबर पर आ चुकी हैं और उन्हें मात्र 30114 मत ही प्राप्त हुए हैं.
रुपौली विधानसभा के रिजल्ट से यह साफ हो गया है कि क्षेत्र की जनता ने किसी भी दल पर विश्वास नहीं जताया हैं और निर्दलीय को अपना विधायक बनाना उचित समझा. रुपौली विधानसभा सीट शंकर सिंह को आने हमेशा से हॉट सीट बना रहा है. 2005 के बाद दूसरी बार शंकर सिंह को सफलता मिली है और विधानसभा पहुंच गए हैं.
2020 में लड़े थे सबसे पहले चुनाव
2020 के विधानसभा चुनाव में भी शंकर सिंह ने लोजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था, लेकिन वह जीत नहीं पाए थे. शंकर सिंह के कारण करीब 20000 वोट से बीमा भारती चुनाव जीती थीं. पूर्णिया जिला बाहुबलियों का क्षेत्र रहा है और इन्हीं बाहुबलियों में से पहचान रखने वाले एक बाहुबली है शंकर सिंह. रुपौली विधानसभा क्षेत्र से शंकर सिंह पहले भी एक बार विधायक बन चुके हैं.
शंकर सिंह लोक जनशक्ति पार्टी के टिकट पर रुपौली विधानसभा क्षेत्र से 2005 के मार्च महीने में होने वाले चुनाव में जीत हासिल किए थे लेकिन उस वक्त सरकार नहीं बनी थी और 6 महीने तक राष्ट्रपति शासन लागू हुआ था. 6 महीने बाद नवंबर में चुनाव हुए तो शंकर सिंह चुनाव हार गए थे और बीमा भारती चुनाव जीत गई थी.
एलजेपी(आर) ने नहीं दिया इस बार टिकट
इस बार चिराग पासवान ने गठबंधन धर्म के कारण उन्हें टिकट देने से इनकार किया तो वह निर्दलीय चुनाव मैदान में आ गए और दोनों दलों को करी टक्कर देते हुए चुनाव जीत गए है. माना जा रहा है कि शंकर सिंह को अपर काष्ट पूरा समर्थन मिला है तो मुस्लिम समुदाय के वोटर भी शंकर सिंह को वोट किया है. यह चर्चा पहले हो गई थी कि मुस्लिम वोट शंकर सिंह को मिलेंगे इस पर पप्पू यादव ने भी अपना स्टेटमेंट जारी किया था कि दो दलों के बीच लड़ाई है तीसरा को मौका नहीं दे लेकिन जनता ने शंकर सिंह पर भरोसा किया.
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