पूर्णिया: आस्था के महापर्व छठ में सूर्य को अर्घ्य देने और व्रत करने का हर किसी को अधिकार दिया गया है. इसी अधिकार के तहत पूर्णिया जेल के करीब 1800 से ज्यादा कैदीयों ने एक साथ आस्था का महापर्व मनाया. पूर्णिया केंद्रीय कारा में लगभग 2 दर्जन महिला और पुरुष कैदियों ने छठ का व्रत रखा था. ऐसे में जेल प्रशासन की तरफ से व्यवस्था करते हुए जेल परिसर में ही छठ घाट बनाया गया. साथ ही न केवल छठ व्रती बल्कि जेल में बंद 1800 से अधिक कैदियों के लिए पूजा अर्चना की व्यवस्था कराई गई.


लोक आस्था के इस महापर्व में जेल प्रशसन ने गंभीर अपराध में सजा काट रहे कैदियों को भी सेल से बाहर निकाला. इन कैदियों ने सामान्य श्रद्धालु की तरह जेल की चारदीवारी में भगवान भास्कर को अर्घ्य देकर आस्था का महापर्व मनाया.


पूर्णिया केन्द्रीय कारा के जेल अधीक्षक जीतेंद्र कुमार ने बताया कि इस पर्व को लेकर पुलिस द्वारा पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था किया गया है. हर कैदी पर पैनी निगाह है. सब एक साथ पूजा करके वापस से अपने सेल में जाएंगे. उन्होंने ने बताया कि रीति रिवाज के तहत पूजा अर्चना हुई. सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद प्रसाद वितरण और भोज की व्यवस्था की गई है.