मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में बुधवार को इलाज के अभाव में बच्ची की मौत हो गई. मिली जानकारी अनुसार कंठ में लीची का बीज अटक जाने के बाद कुढ़नी निवासी संजय पासवान अपनी बेटी का इलाज कराने मुजफ्फरपुर सदर अस्पताल पहुंचे थे, जहां इलाज के पहले इमरजेंसी वार्ड में तैनात डॉक्टरों ने बच्ची के कोरोना रिपोर्ट की मांग की. रिपोर्ट नहीं होने की स्थिति में पीड़ित पिता को रिपोर्ट लेकर आने को कहा. 


रिपोर्ट के चक्कर में गई जान


डॉक्टरों के कहे अनुसार पिता बच्ची को गोद में लिए घंटे भर इस वार्ड से उस वार्ड दौड़ता रहा. आखिरकार कोरोना टेस्ट हुआ. लेकिन रिपोर्ट लेकर लौटने के क्रम में बच्ची ने दम तोड़ दिया. बच्ची की मौत के पिता अस्पताल परिसर में ही फूट-फूटकर रोने लगा. उसने कहा कि वो बच्ची की जान बचाने के लिए अस्पताल आया था, लेकिन डॉक्टरों ने दौड़ा-दौड़ाकर बच्ची की जान ले ली. 


डॉक्टरों ने दी थी चेतावनी


संजय राम ने बताया कि डॉक्टरों ने इलाज के पहले कोरोना रिपोर्ट मांगी. साथ ही ये भी कहा कि बिना रिपोर्ट लाए बच्ची को वो हाथ भी नहीं लगाएंगे. संजय का कहना था कि अगर इमरजेंसी में तैनात डॉक्टर समय पर इलाज कर देते तो उनकी बच्ची की जान बच जाती. इधर, इस पूरे मामले में सिविल सर्जन डॉ. एस के चौधरी ने चिकित्सकों की लापरवाही को गंभीर करार देते हुए जांच और कार्रवाई की बात कही है.


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