बिहार: इंटर की टॉपर सुगंधा ने बताया अव्वल आने का फॉर्मूला, कहा- सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता
सुगंधा ने कहा कि प्रतिदिन वह 15 किलोमीटर की दूरी तय कर ओबरा से औरंगाबाद के कोचिंग में पढ़ने जाया करती थी. कोरोना काल में एक वर्ष वह पढ़ाई को लेकर काफी परेशान रही, लेकिन शिक्षकों ने काफी हिम्मत दिया.
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औरंगाबाद: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के इंटरमीडिट की परीक्षा का परिणाम गुरुवार को जारी कर दिया गया. इस बार भी रिजल्ट में बेटियों का जलवा रहा. सभी संकायों में छात्रओं ने अपना परचम लहराया है. बिहार के औरंगाबाद जिले के ओबरा की रहने वाली सुगंधा ने इंटर की परीक्षा में वाणिज्य स्ट्रीम से पूरे बिहार में टॉप किया है. औरंगाबाद के एसएन सिन्हा कॉलेज में पढ़ने वाली सुगंधा ने परीक्षा में 471 नंबर लाकर ना सिर्फ अपने घर वालों का बल्कि पूरे जिले का नाम रौशन किया है.
बिहार भर में टॉप होने सूचना पर सुगंधा के दादा बालाकृष्णा प्रसाद, दादी गौरी देवी, पिता सुनील गुप्ता, माता जुली गुप्ता और भाई विकास गुप्ता बेहद खुश हैं. छात्रा के पिता ने बताया कि उनके दो बच्चे हैं, बड़े बेटे विकास ने पिछले साल ही गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की है. वहीं, आज सुगंधा ने बिहार में टॉप कर परिवार के साथ-साथ जिले को गौरवान्वित किया है.
उन्होंने बताया कि उनका परिवार व्यवसाय से जुड़ा हुआ है, लेकिन उन्होंने कभी भी अपने बच्चों को इसके लिए प्रेरित नहीं किया. सुगंधा शुरू से ही मेधावी स्टूडेंट रही है. बोर्ड की परीक्षा में उसे 9.4 सीजीपीए आए थे. वहीं, सुगंधा ने बताया कि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता. उसके लिए मेहनत और जुनून जरूरी है. सुगंधा ने अपनी सफलता का श्रेय अपने दादा-दादी, माता पिता, भाई और शिक्षक को दिया है.
सुगंधा ने कहा कि प्रतिदिन वह 15 किलोमीटर की दूरी तय कर ओबरा से औरंगाबाद के कोचिंग में पढ़ने जाया करती थी. कोरोना काल में एक वर्ष वह पढ़ाई को लेकर काफी परेशान रही, लेकिन शिक्षकों ने काफी हिम्मत दिया. उसने बताया कि सफलता को लेकर वह आश्वस्त तो थी, लेकिन बिहार में प्रथम आना बहुत अच्छा लगा. सुगंधा का लक्ष्य सीए बनना है और वह अपनी पढ़ाई उसी को टारगेट कर के कर रही है.
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