Bihar Land Survey: बिहार में 20 अगस्त 2024 से भूमि सर्वे हो रहा है. जमीन मालिकों को कोई परेशानी ना हो इसको लेकर राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग (Revenue and Land Reforms Department) आए दिन नियमों में बदलाव भी कर रहा है. यह सारा काम इसलिए हो रहा है ताकि भूमि विवाद (Land Disputes) समाप्त हो सके, लेकिन काम करने में कई जिले फिसड्डी हैं. पटना की हालत ज्यादा खराब है.


अक्टूबर (2024) महीने से अंचलाधिकारी एवं डीसीएलआर के कामों पर पैनी नजर रखते हुए रैंकिंग की व्यवस्था की गई है. यह रैंकिंग सुपरविजन ऑफ म्यूटेशन, सुपरविजन ऑफ परिमार्जन प्लस, अभियान बसेरा दो, आधार सीडिंग स्टेटस, एडीएम कोर्ट, डीसीएलआर कोर्ट, डीएम कोर्ट के आधार पर की जा रही है. इसमें कुछ जिलों में अच्छे काम हो रहे हैं जबकि कई जगहों की स्थिति ठीक नहीं है. अक्टूबर में पटना अंतिम पायदान पर यानी 38वें नंबर था तो नवंबर में भी 38 पर ही है.


शेखपुरा पहले तो दूसरे नंबर पर बांका


इस महीने की रैंकिंग में शेखपुरा 64.69% अंक के साथ पहले स्थान पर है. अक्टूबर में पहले स्थान पर बांका था जो इस नवंबर में 64.35 अंक के साथ दूसरे स्थान पर है. पिछले (अक्टूबर) महीने शेखपुरा दूसरे स्थान पर था. वहीं जहानाबाद अक्टूबर और नवंबर दोनों महीने में 59.82 अंक के साथ तीसरे स्थान पर है. राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह ने राजस्व से संबंधित कार्यों की समीक्षा प्रगति देखने के लिए जिलों की रैंकिंग की शुरुआत की है.


टॉप 10 जिलों की बात करें तो शेखपुरा, बांका और जहानाबाद के बाद चौथे स्थान पर सीवान, पांचवें पर वैशाली, छठे पर सुपौल, सातवें पर पूर्णिया, आठवें पर समस्तीपुर, नौवें पर किशनगंज और दसवें नंबर पर मुंगेर है. रैंकिंग के अनुसार सीवान को 55.41, वैशाली को 53.28, सुपौल को 52.86, पूर्णिया को 51.99, औरंगाबाद को 51.06, समस्तीपुर को 50.09 और किशनगंज को 49.47 अंक मिले हैं.


हालांकि कुछ ऐसे भी जिले हैं जहां पिछले महीने की अपेक्षा इस महीने सुधार करने की कोशिश की गई है. इनमें अरवल पिछले महीने 33वें स्थान पर था जो नवंबर में 17वें स्थान पर आ गया है. गोपालगंज में अक्टूबर में 24वें नंबर पर था और इस बार नवंबर में ये जिला 13वें स्थान पर आ गया है.


पांच जिले जहां की हालत ठीक नहीं


सबसे खराब स्थिति वाले जिलों में अगर टॉप-5 की बात करें तो पटना के अलावा लखीसराय, नवादा, पूर्वी चंपारण और शिवहर शामिल हैं. इन जिलों में पिछली बार और इस बार में एक दो अंक का ही अंतर है. पूर्वी चंपारण की स्थिति तो और ज्यादा खराब हुई है. ये जिला पिछले महीने 29वें नंबर पर था जो इस बार 35वें नंबर पर है. रैंकिंग में 32.76 अंक के साथ पटना 38वें स्थान पर है. 34.42 अंक लाकर लखीसराय 37वें, 36.40 अंक के साथ नवादा 36वें, 39.42 अंक लाकर पूर्वी चंपारण 35वें और 40.02 अंक लाकर शिवहर 34वें स्थान पर है.


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