Bihar Bridge Damaged: बिहार में एक और ब्रिज क्षतिग्रस्त, जमुई की बरनार नदी पर बना बेली पुल एक ओर झुका, आवागमन ठप
Jamui Bailey Bridge: बिहार में पुल धंसने की कहानी कोई नहीं नई है, यहां अक्सर कोई ना कोई पुल क्षतिग्रस्त हो ही जाता है. अब जमुई के बेली पुल का एक पिलर धंस गया है.
Bridge Built On Barnar River Damaged: जमुई के सोनो अंतर्गत बरनार नदी पर बना बेली पुल क्षतिग्रस्त हो गया है. बीते तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश के बाद बरनार नदी में आई बाढ़ और पानी के तेज-कटाव के कारण सोनो-चुरहेत मार्ग पर बरनार नदी पर बना बेली पुल आज सोमवार को क्षतिग्रस्त हो गया. पुल एक और झुक गया है. पुल पर कम्पन्न महसूस हो रही है, जिस कारण पुल के रास्ते सफर करने वाले लोगों में हड़कंप मच गया.
प्रशासन ने पुल पर की बैरिकेडिंग
जानकारी के मुताबिक प्रशासन में पुल पर बैरिकेडिंग कर आवागमन को पूरी तरह रोक दिया है. लोगों से अपील की जा रही है कि वह पुल से होकर ना गुजारें. यह खतरनाक है. पुल के दोनों किनारों पर पुलिस जवानों की प्रतिनियुक्ति कर दी गई है. वहीं पुल के क्षतिग्रस्त होने से एक बार फिर प्रखंड के पश्चिमी क्षेत्र के दस पंचायतों के तकरीबन डेढ़ लाख की आबादी का सीधा संपर्क प्रखंड मुख्यालय से कट गया है.
गौरतलब हो कि बीते वर्ष 23 सितंबर को बरनार नदी पर बने सोनो-चुरहेत काजवे के क्षतिग्रस्त होने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर इस बेली पुल का निर्माण कराया गया था. बीते नवंबर माह में ही बेली पुल बनकर तैयार हुआ है. पुल के बनने से पश्चिम क्षेत्र की आबादी को बड़ी राहत मिली थी, लेकिन सोमवार को नदी में आई बाढ़ और पानी के तेज बहाव ने पुल को क्षतिग्रस्त कर दिया है. जमुई डीएम अभिलाषा शर्मा ने ध्वस्त बेलीपुल पर पहुंचकर निरीक्षण किया. एडीएम, एसडीएम अभय कुमार तिवारी, बीडीओ मोइनुद्दीन, सीओ सुमित कुमार आशीष ने भी क्षतिग्रस्त पुल का मुआयना करने पहुंचे.
जमुई डीएम अभिलाषा शर्मा ने जिला प्रशासन की टीम को कई निर्देश दिए है. क्षतिग्रस्त बेली पुल से फिलहाल आवागमन को रोका गया है. जमुई डीएम अभिलाषा शर्मा ने बताया कि पुल निर्माण विभाग की भागलपुर से टेक्नीकल टीम को बुलाई गई है. वह पुल का मुआयना करेगी. उसके बाद आगे का निर्णय लिया जाएगा. बता दें कि लगभग 100 गांव का संपर्क जमुई जिले से सोनो चुरहेत बेली पुल के कारण था, परंतु बेलीपुल के क्षतिग्रस्त होने से ग्रामीणों को 10 से 12 किलोमीटर का अतिरिक्त सफर करके अपने गांव पहुंचाना पड़ेगा.
अत्यधिक बालू उठाव के कारण टूटा पिलर
ग्रामीणों की मानें तो बालु संवेदक पुल के पिलर के पास से अत्यधिक बालू उठाव के कारण यह हादसा हुआ है, जिसका विरोध ग्रामीणों ने बालू उठाव के समय भी किया था. निर्धारित मानक अधिक बालू उठाव के कारण पहले से ही सोनो चुरहैत जाने वाली पुल का दो पिलर क्षतिग्रस्त हो चुका था. इसके बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार निर्देश पर लगभग 20 दिनों के अंदर बेलीपुल बनकर तैयार हो गया था, लेकिन तीन दिनों से लगातार मूसलाधार बारिश के कारण फिर से पुल का एक पिलर पानी के तेज बहाव में धंस गया, जिससे कई गांव के लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
ये भी पढ़ेंः Bihar News: बेगूसराय सदर अस्पताल के SNCU से नवजात बच्चे की हुई चोरी, शिक्षक की पत्नी ने 60 हजार में की थी डील