Prashant Kishor On Nitish Kumar: जन सुराज पदयात्रा के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने शुक्रवार (14 जून) को भागलपुर में एक कार्यक्रम को संबोधित किया, जहां उन्होंने लोगों से कहा कि देश में कुछ दिन पहले देखा होगा कि मीडिया के लोग कह रहे थे कि नीतीश कुमार के हाथ में पूरे भारत सरकार की कमान है. नीतीश कुमार अगर न चाहें तो देश में सरकार नहीं बनेगी. इतनी ताकत है नीतीश कुमार के हाथ में! फिर उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने इसके एवज में क्या मांगा? इसका जवाब देते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश कुमार ने पीएम मोदी का पैर इसलिए छुआ ताकि 2025 के बाद भी वो मुख्यमंत्री बने रह सकें. 


नीतीश कुमार पर क्या बोले प्रशांत किशोर


प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि सीएम नीतीश ने बिहार के बच्चों के लिए रोजगार नहीं मांगा. बिहार के जिलों में चीनी की फैक्ट्रियां चालू हो जाए ये नहीं मांगा. बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिल जाए ये नहीं मांगा. तो फिर बिहार के लोग सोच रहे होंगे कि फिर क्या मांगा? नीतीश कुमार ने मांग रखी कि 2025 के बाद भी वो मुख्यमंत्री बने रहें और इसके लिए बीजेपी भी समर्थन कर दे. बिहार के सभी लोगों की इज्जत नीतीश कुमार ने बेच दी. 


तो इसलिए करते हैं नीतीश कुमार का विरोध...


प्रशांत किशोर यहीं नहीं रुके उन्होंने आगे कहा कि 13 करोड़ लोगों का जो नेता है. हमलोगों का अभिमान है, सम्मान है, मगर पूरे देश के सामने झुक कर मुख्यमंत्री बने रहने के लिए पैर छू रहे हैं. बिहार में कुछ लोग कहते हैं कि प्रशांत 2015 में आपने नीतीश कुमार की मदद की थी. नारा दिया था 'बिहार में बहार है नीतीशे कुमार है', तो आज क्यों विरोध कर रहे हैं, तो मैं आपको बता दूं कि उनकी यही सब हरकत की वजह से मैंने उनका विरोध किया. 2015 के नीतीश कुमार और 2025 के नीतीश कुमार में जमीन आसमान का फर्क है. 2014 में नीतीश कुमार ने मोदी के सामने झुक कर पैर नहीं छुआ था 2014 के नीतीश कुमार ने अपना जमीर नहीं बेचा था.


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