Prashant Kishor In Banka: जन सुराज पदयात्रा के सूत्रधार प्रशांत किशोर शनिवार (15 जून) को एक दिवसीय दौरे पर बांका पहुंचे, जहां उन्होंने बांका जिले में कई स्थानों पर सभाएं की और जिले के प्रबुद्ध लोगों से मिले. वे जिले के बांका शहर स्थित चांदन नदी पुल अवस्थित पावर ग्रिड के पास हुए कार्यक्रम में शामिल हुए. इस दौरान समर्थकों एवं कार्यकर्ताओं ने प्रशांत किशोर का फूल माला, ढोल-बाजे के साथ जय बिहार जय जय बिहार नारे के साथ भव्य स्वागत किया गया.


बांका में जनसभा को किया संबोधित


जन सुराज पदयात्रा के क्रम में बांका में जनसभा को सम्बोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि किसी किसान के परिवार में बेटी की शादी करनी हो या कोई बीमार पड़ जाए तो एक-दो कट्ठा जमीन बेचे बगैर उपाय नहीं है. आपके बच्चों के पास पढ़कर नौकरी पाने का उपाय नहीं है. खेती से कमाई का रास्ता नहीं है. एक रास्ता और बचा है अगर आपके पास पूंजी होती तो चार गाय-भैंस जरूर पाल सकते थे.


उन्होंने कहा कि अप लोग कोई किराना की दुकान खोल लेते, कोई सीमेंट-बालू का व्यापार कर लेते, वह आप क्यों नहीं कर पाए? वह इसलिए नहीं कर पाए, क्योंकि नेताओं ने बात करने के लिए जात और खाने के लिए भात दिया है. नेताओं ने शिक्षा और रोजगार नहीं दिया. गरीबी खत्म तब होगी, जब युवाओं-महिलाओं को सरकार कर्ज दे, ताकि वे रोजगार कर सकें.


'आपकी गरीबी आज तक खत्म नहीं हुई'


प्रशांत किशोर ने बिहार की गरीबी का जिक्र करते हुए कहा कि कम या ज्यादा सब काम कर रहे हैं, लेकिन आपकी गरीबी खत्म नहीं हुई. गरीबी खत्म तब होगी, जब आपके बच्चों के पढ़ने की व्यवस्था हो. गरीबी खत्म तब होगी, जब यहां के भूमिहीनों को जमीन मिले. गरीबी खत्म तब होगी, जब यहां के युवाओं को महिलाओं को सरकार कर्ज दें, ताकि घर-घर रोजी-रोजगार कर सके.


उन्होंने आगे कहा कि अब आप कहेंगे कि ये बात तो सब जानता है. अगर यही तीन बात से उद्धार होना है, तो यह होगा कैसे यह बताइए? सारे लोग यह सोच रहे हैं कि किस नेता को चुने कि तीनों काम हो जाए, हम आपको वो रास्ता बताएंगे.


ये भी पढ़ेंः Bihar News: 'अब मैनचेस्टर की नहीं मुजफ्फरपुर की होगी चर्चा', बोले गिरिराज सिंह अब बिहार को...